Shiv Temple: राजस्थान के उदयपुर जिले में भगवान शिव के कई प्राचीन मंदिर स्थित हैं। इन्हीं प्राचीन मंदिरों में से एक है गुप्तेश्वर महादेव मंदिर, जिसे उदयपुर का अमरनाथ भी कहा जाता है। शहर के दक्षिण दिशा में तितरड़ी में स्थित इस ऐतिहासिक मंदिर में प्रति दिन दूर-दराज से भक्त भगवान के दर्शन करने पहुंचते हैं। सावन के मौके पर यहां श्रद्धालुओं का तांता लगा रहता है।
क्यों कहा जाता है उदयपुर का अमरनाथ?
बता दें कि अरावली पर्वत के एक ऊंचे होड़ा नामक पहाड़ में होने के कारण इसे शहर का अमरनाथ कहा जाता है। प्राकृतिक सुंदरता के बीच मौजूद यह खूबसूरत मंदिर लोगों को एक अनोखा अनुभव कराता है।
मंदिर से जुड़ा रोचक इतिहास
मंदिर तक जाने के लिए भक्तों को लगभग 800 मीटर की चढ़ाई करनी पड़ती है। पिछले कुछ सालों में इस मंदिर के आस-पास कई कॉलोनियां बन गई हैं, लेकिन अभी यहां कोई नहीं रहता है। जानकारी के अनुसार साल 1951 में श्री पंचायती निरंजनी अखाड़े की जमात के साथ संत बृज बिहारी बन यहां भगवान के दर्शन करने आए थे। बताया जाता है कि पहले इस पहाड़ी पर एक गुफा में से प्राकृतिक रूप से शिवलिंग प्रकृट हुई थी। जिसे खंडित होने के बाद साल 1962 में दोबारा स्थापित कर गुप्तेश्वर महादेव मंदिर का निर्माण किया था।
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इस पवित्र स्थान पर फलाहारी, फूलनाथ, रोडीदास आदि महापुरुषों ने तप किया था। मंदिर तक जाने के लिए संकरा प्रवेश द्वार से होते हुए, सीढ़ियों के माध्यम से गर्भगृह तक पहुंचा जाता है। संत बृज बिहारी बन ने साल 2019 में समाधि ले ली थी, जिसके बाद संत तन्मय बन द्वारा मंदिर की देखरेख की जा रही है।
इस दिन लगता है भव्य मेला
इस मंदिर में भाद्रपद पूर्णिमा के मौके पर हर साल दो दिवसीय मेले का आयोजन किया जाता है। यहां दूर-दूर से हजारों भक्त पहुंचते हैं। इसके अलावा शिवरात्रि, पूर्णिमा व सावन के अवसर पर विशेष अनुष्ठान आयोजित किए जाते हैं।
कैसे पहुंचे गुप्तेश्वर महादेव मंदिर?
यदि आप गुप्तेश्वर महादेव मंदिर में दर्शन करना चाहते हैं तो आपको सबसे पहले उदयपुर-अहमदाबाद रास्ते से होते हुए उदयपुर सिटी पहुंचना होगा। यहां से लगभग 8 किलोमीटर की दूरी पर यह मंदिर स्थित है। इसके लिए लोकल परिवहन के साधनों से आसानी से पहुंचा जा सकता है।