Murder For Dowry: देश भले ही साइंस, तकनीक और शिक्षा के क्षेत्र में तरक्की कर रहा है, लेकिन दहेज प्रथा जैसी सामाजिक बुराई आज भी थमने का नाम नहीं ले रही है। हर रोज आपको इससे जुड़ी खबर देखने या सुनने को मिल जाएगी। ऐसा ही एक मामला जनूथर के गांव आंखोली में देखने को मिला है। जहां ससुराल वालों ने मिलकर 7 महीने की गर्भवती को दहेज के लालच में हमेशा - हमेशा के लिए सुला दिया। लड़की के चाचा ने ससुराल वालों के खिलाफ दहेज हत्या का मुकदमा दर्ज करवाया है।
दहेज को लेकर करते थे परेशान
22 साल की सुदर्शना जो की सात महीने की गर्भवती थी जिसकी ससुराल वालों ने मिलकर जान ले ली। वहीं बीते दिन यानी शनिवार की सुबह को डीग के रेफरल चिकित्सालय में मेडिकल बोर्ड से मृतका का पोस्टमार्टम करवा कर शव पिता के हवाले कर दिया गया है। महिला के चाचा जपेंद्र सिंह पुत्र जगन सिंह जाट निवासी बाराखुर ने थाना चिकसाना में केस दर्ज करवाया है जिसमें बताया है कि उनकी भतीजी सुदर्शन पुत्री हाकिम सिंह की शादी दिसंबर में दिलीप सिंह पुत्र सरनाम सिंह से हुई थी जो की आंखोली के रहने वाले हैं। इसके साथ ही उन्होंने बताया की शादी में उन्होंने 20 लाख रुपए खर्च कर समस्त दहेज दिया था। शादी के बाद से ही ससुराल वाले सुदर्शना को काफी परेशान करते थे।
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कुछ दिन पहले की थी कार की मांग
सुदर्शना का पति दिलीप सिंह, सास कमलेश, ससुर सरनाम सिंह, देवर विष्णु, नंद कमलेश, प्रवेश, पप्पन, विमलेश, मिथलेश और दो जेठ इंद्र, जेठानी पायल सभी ने सुदर्शना की शादी में दिए गए दहेज से खुश नहीं थे। जिसके बाद लगातार उनकी डिमांड बढ़ती जा रही थी। कुछ दिन पहले उन्होंने कार की मांग की थी। जिसको लेकर वे सुर्दशना के साथ आए दिन मारपीट करते थे। वहीं कई बार समझाने के बाद भी वह लोग नहीं मानें। 22 अगस्त को सभी लोगों ने मिलकर सुदर्शना की जान को खत्म कर दिया। सभी ने पहले उसके साथ मारपीट की और निर्दयतापूर्वक उसकी जान ले ली।