Bharatpur News: करौली जिले के पांचना बांध से भरतपुर में पानी छोड़ा जा रहा है। जिसके चलते भरतपुर में कई गांव जलमग्न हो गए हैं। जलमग्न होने के साथ-साथ किसानों की फसल भी पूरी तरह से बर्बाद हो गई है। वहीं बाजरे की फसल दोबारा से अंकुरित हो गई है। जिसके चलते किसान रोने को मजबूर है। किसानों का कहना है कि बाजरे की फसल से ही उनके परिवार का लालन पालन होता है, लेकिन वह घर को किस तरह से पालेगा।
आत्महत्या करने को मजबूर किसान
किसान अमर सिंह ने बताया की फसल बर्बाद होने से उसका सब कुछ बर्बाद हो गया है। मन तो ऐसा करता है कि आत्महत्या कर लूं। किसान अमर सिंह का कहना है कि उसने 40 हजार की लागत से 7 बीघा में ज्वार और बाजरे की फसल की बुवाई की लेकिन बारिश ने सब कुछ चौपट कर दिया। वहीं इस समय मंडी में बाजरे के भाव 1400 रुपए प्रति क्विंटल है।
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करौली जिले के पंचना बांध से गंभीरी नदी होते हुए पानी भरतपुर पहुंच रहा है। जिसे आगरा की तरफ भेजा जा रहा है। पानी क्षमता से अधिक छोड़े जाने के कारण खेतों में दो से तीन फीट तक पानी हो गया है। जो ज्वार बाजरे और मिर्च की फसल को बर्बाद करने में कोई कसर नहीं छोड़ रहा है। किसानों को अब चिंता होने लगी है कि उनके नुकसान की भरपाई कौन करेगा और वह किस तरह से अपने घर का पालन करेंगे।