Farmers Benefit: सर्किट हाउस के पास कृषि परिसर में पहली बार कृषि क्लिनिक केंद्र का उद्घाटन हुआ है। इसका उद्देश्य जिले के किसानों को उनकी फसलों के स्वास्थ्य का वैज्ञानिक निदान करके मदद करना है। इस कदम के बाद किसानों को फसल रोगों, कीटों के संक्रमण और पोषक तत्वों की कमी के कारण को समझने में काफी ज्यादा मदद मिलेगी और साथ ही उनकी उपज में भी सुधार होगा।
किसानों के लिए एक क्रांतिकारी बदलाव
दरअसल पहले जिले में किसानों के पास यह समझने की कोई सुविधा नहीं थी कि उनकी फसलों में खराबी का क्या कारण है। इसी के साथ उन्हें यह भी नहीं पता चलता था की कीट उनके पौधों पर क्यों हमला कर रहे हैं। लेकिन अब नए खुले कृषि क्लिनिक केंद्र की मदद से इन सभी परेशानियों का निवारण हो पाएगा। किसान अब फसल के नमूनों को सीधे केंद्र में ला सकते हैं और वहां पर आधुनिक प्रयोगशाला के उपकरणों की मदद से समस्याओं का वैज्ञानिक विश्लेषण किया जाएगा।
स्थल पर निदान और विशेषज्ञ मार्गदर्शन
कृषि क्लीनिक की सहायक अनुसंधान अधिकारी डॉक्टर सावित्री शर्मा ने बताया कि अप्रैल में इस केंद्र का संचालन शुरू हुआ है और यह जिले में अपनी तरह का पहला केंद्र है। इसी के साथ गहन जांच के लिए एक विशेष प्रयोगशाला को भी स्थापित किया गया है। पुराने समय में किसान खेती से पहले केवल मृदा परीक्षण ही करते थे, लेकिन अब इस केंद्र की मदद से खेती के दौरान फसल स्वास्थ्य परीक्षण की सुविधा भी मिलती है।
बेहतर खेती के लिए वैज्ञानिक समाधान
कृषि क्लिनिक केंद्र किसानों को अपनी कृषि को बेहतर बनाने में काफी ज्यादा मदद कर रहा है। इसके लिए कई प्रकार की सेवाएं प्रदान की जा रही हैं। जैसे फसल रोगों की पहचान और निदान, कीट संबंधी समस्याओं का वैज्ञानिक उपचार, मृदा परीक्षण और पोषण संतुलन में मार्गदर्शन और जैविक और रसायन उर्वरकों के उपाय पर सलाह।
जिले में कृषि का उज्जवल भविष्य
इस पहल के बाद जिला आधुनिक कृषि की दिशा में बड़ा कदम उठ रहा है। इस कदम के बाद किसान वैज्ञानिक ज्ञान से सशक्त बनेंगे जिसकी मदद से उन्हें फसल के नुकसान को कम करने और उत्पादकता को बढ़ाने में काफी सहायता मिलेगी।
यह भी पढ़ें: Rajasthan Self Employment: स्वरोजगार से राज्य का युवा बनेगा सशक्त, विश्वकर्मा उद्यमी योजना के तहत मिलेंगे बड़े फायदे