Prabal Program: राजस्थान का शिक्षा विभाग अब 9वीं से 12वीं तक के छात्रों को पढ़ाई के साथ दुनियादारी भी सिखाएगा। बदलती दुनिया में चुनौतियों का सामना करने और जीवन के कईं महत्वपूर्ण पहलुओं से लड़ने के लिए छात्रों को पारंगत किया जाएगा। प्रबल नाम से इसी शिक्षा सत्र में कार्यक्रम की शुरुआत की जाएगी। कार्यक्रम प्रदेश में 18,798 उच्च माध्यमिक स्कूलों को शामिल किया गया है। विभाग के अनुसार विद्यार्थियों को वास्तविक जीवन और किताबी ज्ञान के बीच के अंतर को समझाना बहुत जरूरी है, जिससे वे अपने जीवन के अहम फैसले बिना किसी परेशानी के ले सकें।
छात्रों को तीन स्तरीय कौशल में किया जाएगा पारंगत
- अच्छा और सुदृढ़ जीवन जीने के लिए छात्रों को संप्रेषण (कम्युनिकेशन), टीम वर्क, स्व-जागरुकता, अंतवैयक्तिक संबंध, समालोचना चिंतन, समस्या का समाधान करना, नागरिक कौशल, जीवन के नैतिक मूल्य और कौशल, रचनात्मक चिंतन और जुझारूपन सिखाया जाएगा।
- विद्यार्थियों को रोजगार और काम करने के लिए वित्तीय और डिजिटल साक्षरता की जानकारी दी जाएगी।
- साथ ही विद्यार्थियों के सतत विकास के लिए उन्हें जलवायु परिवर्तन इत्यादि की जानकारी भी दी जाएगी।
इन पांच महीनों में सीखेंगे विद्यार्थी
जुलाई और अगस्त - माह में विद्यार्थियों के लिए शिक्षक हैंडबुक के अनुसार, जीवन महत्वपूर्ण कौशल और 21वीं सदी के कौशल के लिए कार्यक्रम का आयोजन किया जाएगा। जिसमें कईं विद्यार्थी गतिविधियां भी होंगी।
सितंबर - माह में विद्यार्थियों के द्वारा कईं गतिविधियां होंगी। साथ ही माह के पहले हफ्ते में ब्लॉक स्तर पर चयन समिति और गार्गी मंच के सदस्यों के द्वारा गतिविधियों की समीक्षा करके प्रतिनिधि का चयन किया जाएगा। बाद में चयनित विद्यार्थियों के साथ गतिविधियां की जाएंगी।
अक्टूबर - माह के पहले हफ्ते में गतिविधियों की समीक्षा करके चयनित विद्यार्थियों को जिला स्तर पर भेजा जाएगा। साथ ही तीसरे हफ्ते में चयनित विद्यार्थियों के साथ गतिविधियों का आयोजन किया जाएगा और अंतिम सप्ताह में फिर से गतिविधियों की समीक्षा करके राज्य स्तर पर भेजा जाएगा।
नवंबर - माह में शिक्षकों के द्वारा चयनितों को मार्गदर्शन दिया जाएगा। साथ ही "21वीं सदी के कौशल का निर्माण" के विषय पर मॉक विधानसभा में एक कार्यक्रम में अपनी प्रस्तुति देंगे।
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