RPSC APO New Rules : गृह विभाग में एपीओ भर्ती परीक्षा इस बार रिकॉर्ड तोड़ सख्ती के साथ सुर्खियों में है। आरपीएससी द्वारा पहली बार लागू किए गए नए नियमों के चलते 181 पदों के लिए हुई परीक्षा में केवल चार अभ्यर्थी ही योग्य पाए गए हैं। मुख्य परीक्षा के दोनों पेपरों में अनिवार्य 40% अंक हासिल करने की शर्त ने अधिकांश उम्मीदवारों को बाहर कर दिया। परिणाम जारी होते ही अभ्यर्थियों में यह चर्चा तेज हो गई कि आखिर इतने बड़े पैमाने पर परीक्षा में असफलता क्यों सामने आई। आयोग का कहना है कि निर्धारित मानकों पर खरे उतरने वाले उम्मीदवार ही पात्रता सूची में शामिल किए गए हैं, जबकि एससी-एसटी वर्ग को 5% की छूट का लाभ भी दिया गया।
40% न्यूनतम उत्तीर्णांक की नई अनिवार्यता बनी बड़ी बाधा
आपको बता दें कि अयोग इस बार पासिंग प्रक्रिया में बदलाव कर दिया है। प्रत्येक प्रश्न पत्र में अभ्यर्थियों को 40% अंक प्राप्त करना अनिवार्य कर दिया है। वही st और sc वर्ग के अभ्यर्थियों के लिए 5% छूट दी गई है यानी कि उनका 35% ही अंक प्राप्त करना होगा। लेकिन बड़ी संख्या में अभ्यर्थियों का पास करना मुश्किल हो जाएगा । 1 जून को आयोजित मुख्य परीक्षा के लगभग छह महीने बाद आए परिणाम ने सभी को चौंका दिया। 181 पदों के मुकाबले सिर्फ चार अभ्यर्थी ही गैर-अनुसूचित क्षेत्र के लिए पात्रता जांच सूची में शामिल किए गए हैं।
आयोग का पक्ष नियमों के अनुरूप ही चयन होगा
आरपीएससी सचिव के अनुसार आयोग सेवा नियमों के अनुसार ही न्यूनतम उत्तीर्णांक निर्धारित करता है। इसमें किसी भी प्रकार की अभ्यर्थियों को ढील नहीं दी जाएगी। जबकि परीक्षा में बैठे कई अभ्यर्थियों का कहना है परीक्षा का लेवल कठिन कर दिया गया है। अभ्यर्थियों के लिए पास करना मुश्किल हो सकता है। जो अभ्यर्थी निर्धारित मापदंडों पर पूरे उतरे वे ही विचारित सूची में शामिल हो सके।
केवल सामान्य वर्ग में ही मिले अभ्यर्थी
केवल सामान्य पुरुष, महिला वर्ग में ही अभ्यर्थी मिल सके। जबकि सामान्य विधवा व परित्यक्ता के साथ ही SC, ST, OBC, MBC और EWS में किसी भी संवर्ग में एक भी अभ्यर्थी नहीं मिला।









