CBSE New Rules 2026 : सीबीएसई बोर्ड परीक्षा 2026 छात्रों के लिए कई बड़े बदलाव लेकर आ रही है। पिछले एक साल में जारी हुए कई नोटिफिकेशन अब आगामी परीक्षाओं का पूरा स्वरूप बदलने जा रहे हैं—चाहे वह उत्तर पुस्तिका लिखने का तरीका हो, दो बार बोर्ड परीक्षा देने का विकल्प हो या फिर ग्रेडिंग सिस्टम में किया गया नया सुधार। इस बार साइंस और सोशल साइंस के पेपर सेक्शनों में विभाजित होंगे और छात्रों को ठीक उसी प्रारूप में उत्तर लिखना अनिवार्य होगा।
75% उपस्थिति और 9-पॉइंट ग्रेडिंग से बोर्ड परीक्षा कठोर
गलत सेक्शन में लिखा गया जवाब जांच के लिए मान्य नहीं होगा। वहीं 75% उपस्थिति, कंपिटेंसी-बेस्ड प्रश्न, दो चरणों में परीक्षा और 9-पॉइंट ग्रेडिंग जैसे नियमों ने इस बार की बोर्ड परीक्षा को पहले से अधिक सुनियोजित, सख्त और पारदर्शी बना दिया है। सीबीएसई के इन बदलावों को आगामी बैच के लिए सबसे बड़े शैक्षणिक सुधार के रूप में देखा जा रहा है।
10वीं और 12वीं बोर्ड परीक्षा 17 फरवरी से शुरू
आपको बता दें कि 10वीं और 12वीं की परीक्षा 17 फरवरी से आयोजित की जाएगी। जो 9 अप्रैल तक चलेंगी। जिसमें करीब 45 लाख विद्यार्थी शामिल होंगे। 10वीं का पहला पेपर स्टैंडर्ड/बेसिक मैथ्स और 12वीं का पहला पेपर बायोटेक्नोलॉजी और एंटरप्रेन्योरशिप होगा। CBSE ने स्पष्ट किया है कि कक्षा 9वीं और 10वीं में 75% से कम उपस्थिति वाले छात्रों को बोर्ड परीक्षा में बैठने की अनुमति नहीं मिलेगी।
पेपर पैटर्न, सेक्शन सिस्टम, ग्रेडिंग और उपस्थिति—6 बड़े बदलाव लागू
1.साइंस पेपर अब 3 सेक्शन—बायोलॉजी, केमिस्ट्री, फिजिक्स में बंटेगा और सोशल साइंस 4 सेक्शन में—हिस्ट्री, जियोग्राफी, पॉलिटिकल साइंस और इकोनॉमिक्स। छात्रों को उत्तर पुस्तिका भी इन्हीं सेक्शनों के अनुसार भरनी होगी, गलत सेक्शन में लिखा जवाब चेक नहीं होगा।
2. इंप्रूवमेंट एग्जाम में महीने में होगा अभ्यर्थी केवल तीन विषय का ही पेपर दे सकेंगे।
3. नवी और दसवीं में कम से कम 75% की उपस्थिति अनिवार्य कर दी गई है। अगर विद्यार्थी का उपस्थित परसेंटेज इससे काम होगा तो परीक्षा में बैठने के लिए पत्र नहीं माना जाएगा।
4.2026 से बोर्ड एक 9-पॉइंट ग्रेडिंग स्केल लागू करेगा। इसमें छात्रों को मार्क्स के आधार पर A1 से लेकर E तक 9 अलग-अलग ग्रेड दिए जाएंगे।
5.छात्र फरवरी के मेन एग्जाम के आधार पर 11वीं में प्रोविजनल एडमिशन ले सकेंगे।
6.पेपर में 50% प्रश्न कंपिटेंसी बेस्ड (MCQ, केस स्टडी, डेटा-बेस्ड), 20% प्रश्न ऑब्जेक्टिव और 30% प्रश्न शॉर्ट और लॉन्ग आंसर होंगे।
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