Adulterated Petrol: खाने में मिलावट आजकल आम बात हो गई है, लेकिन ठग यहीं तक नहीं रुके हैं। राजस्थान के खैरथल तिजारा में पुलिस ने तीन ऐसे आरोपियों को गिरफ्तार किया है, जो कि पेट्रोल में मिलावटी का काम करते थे। पुलिस ने मौके से 18,500 लीटर एथेनॉल भी बरामद कर लिया है। यह खबर अपने आप में अचंभित कर देने वाली है, क्योंकि सोचिए अगर हमें मिलावटी पेट्रोल भी मिलने लगे, तो भला हम किस पर भरोसा करें।
गांव के लोगों को सप्लाई किया जा रहा था नकली पेट्रोल
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक यह मामला खैरथल तिजारा जिला रसद विभाग और कोट कासिम पुलिस की संयुक्त टीम ने थाना क्षेत्र में आने वाले आलमपुर गांव में इस मिलावटी पेट्रोल का भंडाफोड़ किया। पुलिस ने बताया कि आरोपियों द्वारा एथेनॉल नामक जलनशील केमिकल मिलाकर नकली पेट्रोल बनाया जा रहा था। जिसे गांव के लोगों को सप्लाई किया जा रहा था। पुलिस ने मौके से 18,000 लीटर से अधिक केमिकल बरामद किया है। इसके साथ ही तीन आरोपियों को गिरफ्तार भी कर लिया है।
नकली पेट्रोल के गोदाम में मारा छापा
मौके से तीन पिकअप गाड़ियां भी जप्त की गई है, जिसमें यह नकली पेट्रोल रखकर ग्रामीण क्षेत्रों में भोले भाले लोगों को सप्लाई किया जा रहा था। बताया जा रहा है कि रसद विभाग के जिला अधिकारी राकेश सोनी और कोट कासिम थाना अधिकारी नंदलाल जांगिड़ के नेतृत्व में सबसे पहले आलमपुर गांव के पास रेवाड़ी रोड पर स्थित एक गोदाम में छापा मारा गया था।
20 लाख रुपये के नकली पेट्रोल जब्त
यहां से नकली पेट्रोल के 11 भरे ड्रम बरामद किए गए हैं, जिसमें 200-200 लीटर पेट्रोल थे। पुलिस ने जब शख्ती से पूछताछ की तो पता चला इसका मुख्य कारोबार गुजरात में चल रहा है। इसके बाद फौरन पुलिस ने दूसरे ठिकाने पर भी छापामारी की, तो गुजरवास में भी 55 ड्रम मिले। पुलिस ने बताया कि जितने पेट्रोल को बरामद किया गया है, उसकी कीमत करीब 20 लाख रुपए है। फिलहाल पुलिस गिरफ्तार आरोपियों से पूछताछ कर रही है और आगे की कार्रवाई में जुट गई है।







