Sirohi Strike: राजस्थान के सिरोही जिले की जनता ने अपनी आवाज बुलंद कर ली है। पानी और सड़क की समस्या से परेशान होकर यहां के लोगों ने भ्रषटाचार और इस नाकामी के खिलाफ आवाज उठा दी है। जनता ने 25 दिनों का अल्टीमेटम देते हुए यह ऐलान कर दिया है कि अगर अगले 25 दिनों में यहां की स्थिति में सुधार नहीं होता है, तो लोग धरने पर बैठेंगे।
बूंद-बूंद को तरह रही सिरोही की जनता
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, सिरोही के लोगों ने कहा कि जल जीवन मिशन के तहत सरकार ने यहां करोड़ों रुपये खर्च किए, लेकिन यहां के अधिकारी ने उन पैसों से अपनी जेब भर ली। सिरोही की जनता अभी भी बूंद-बूंद पानी के लिए तरस रही है। ऐसे में लोगों का सरकार से सवाल है कि जब जल जीवन मिशन के तहत करोड़ों रुपये खर्च किए तो फिर लोगों को अभी तक पानी की समस्या से निजात क्यों नहीं मिली है।
जमीनी स्तर पर नहीं आ रही योजनाएं
बता दें कि यह मामला सिरोही जिले के रेवदर तहसील के ग्राम अनापुर की है। यहां के लोगों का कहना है कि जल जीवन मिशन के तहत यहां पाइपलाइन तो बिछाई गई, लेकिन नलों से पानी नहीं आता है। कागज पर तो सिरोही की जनता का विकास दिखा दिया गया, लेकिन यहां की जनता अभी भी त्राहि-त्राहि कर रही है। गांव की गलियों में टूटी सड़कें, नालियों में भरा गंदा पानी और सफाई व्यवस्था भी पूरी तरह ठप पड़ा है। लोगों का कहना है कि जमीनी स्तर पर योजनाएँ बस दिखावे की बनकर रह गई हैं।
जनता का 25 दिनों का अल्टीमेटम
इसको लेकर अनापुर के ग्रामीणों ने 40 से अधिक लोगों ने बैठक की, जिसमें यह फैसला किया गया कि 25 दिनों के भीतर स्थिति में सुधार नहीं आई तो सामुहिक रूप से उच्च स्तर तक धरना प्रदर्शन करेंगे। इस बैठक का ठाकरी राम ने कहा कि जनता के हक से कोई खिलवाड़ नहीं चलेगा। अब हर गली से एक ही आवाज उठेगी हक चाहिए, बहाना नहीं।
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