Lakshyaraj Singh: महाराणा प्रताप के वशंज और मेवाड़ के राजपरिवार के सदस्य डॉ. लक्ष्यराज सिंह मेवाड़ का नाम गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड में दर्ज किया गया है। यह उपलब्धि उन्हें सौर लैम्पों से "सूर्य' की सबसे विशाल आकृति तैयार करने के लिए दी गई है। इसके अलावा उन्होंने 'सूर्योदय अभियान' की भी शुरूआत की है। समाज सेवा की फिल्ड में उनका यह 9वां वर्ल्ड रिकॉर्ड है।
इस उपलक्ष्य में उन्होंने कहा कि सूर्योदय अभियान की शुरूआत उन गरीब परिवारों और कमजोर वर्ग के लोगों के लिए की गई है जिसके घरों में आज भी उजाला नहीं हो पाता है। योजना के तहत ऐसे सभी घरों में सोलर लैंप वितरित करें जाएंगे, ताकि हर घर में रोशनी हो सकें साथ ही पर्यावरण संरक्षण की जीवंत पहल हो सकें। इससे आर्थिक रूप से कमजोर परिवार आत्मनिर्भर बन सकेंगे और उन्हें किसी भी बाहरी ऊर्जा स्रोतों पर निर्भर नहीं होना पड़ेगा।
पिछले 7 सालों में 9 वर्ल्ड रिकॉर्ड किए अपने नाम
पिछले सात सालों से डॉ. लक्ष्यराज सिंह मेवाड़ समाज सेवा के क्षेत्र में कार्य कर रहे हैं। इस दौरान उन्होंने कुल 9 वर्ल्ड रिकॉर्ड अपने नाम किए हैं। पर्यावरण संरक्षण, महिला स्वच्छता प्रबंधन, शिक्षा आदि विषयों में उन्होंने अपना योगदान दिया है। उन्हें पहली बार वर्ल्ड रिकॉर्ड साल 2019 में मिला था जब उन्होंने 3 लाख 29 हजार से ज्यादा वस्त्र गरीबों को दिए थे। इन कपड़ों को दुनिया भर के 80 शहरों से इकट्ठा कर लाया गया था।
इन क्षेत्रों में निभा चुकें अपनी भूमिका
डॉ. लक्ष्यराज सिंह मेवाड़ ने अगस्त 2019 में एक दिन में 20 टन से अधिक स्टेशनरी गरीब बच्चों में बांटने का रिकॉर्ड बनाया था। इसके बाद साल 2020 में महाराणा मेवाड़ चेरिटेबल फाउंडेशन ट्रस्ट के माध्यम से 20 सैकंड में 4000 से ज्यादा पौधे लगाएं थे। वर्ष 2022 में एक घंटे के अंदर सबसे अधिक स्वेटर और कंबल लोगों में बांटकर 5वां गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड अपने नाम किया था।
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