ED Raid: प्रवर्तन निदेशालय को ड्रग रैकेट के खिलाफ बड़ी सफलता मिली है। ईडी द्वारा लगातार अंतरराज्यीय ड्रग नेटवर्क का पर्दाफाश करने का काम जारी है। इस क्रम में ईडी ने राजस्थान समेत चार राज्यों में चल रहे ड्रग रैकेट के खिलाफ शिकंजा कस दिया है। चंडीगढ़ क्षेत्रीय कार्यालय ने बुधवार को राजस्थान, मध्य प्रदेश, हरियाणा और पंजाब के कई ठिकानों पर पीएमएलए 20002 के तहत सर्च अभियान चलाया। इस दौरान कई ऐसे सबूत मिले जिससे यह साफ हो गया कि लाइसेंस की आड़ में किस तरह ड्रग रैकेट चल रहा है।
देखें किस राज्य के कौन हैं मुख्य आरोपी
ईडी ने इस ऑपरेशन के तहत मुख्य आरोपी गोपाल लाल अंजना, जो कि राजस्थान का है, छिंदरपाल सिंह उर्फ केवल वह हरियाणा का रहने वाला है और उसका भतीजा यादविंदर सिंह के अलावा कई अन्य आरोपियों के खिलाफ कार्रवाई की गई। इस छापेमारी में ईडी को कई महत्वपूर्ण दस्तावेज मिले, जिससे यह साबित हो गया कि किस तरह इस अवैध अफीम का व्यापार जोरों-शोरों से किया जा रहा था और अलग-अलग राज्यों में इसका सप्लाई किया जा रहा था। लेकिन अब ईडी ने इसका भंडाफोड़ कर दिया है।
आरोपियों के खिलाफ शिकायत पत्र दायर
ईडी ने आरोपियों के उस संपत्ति को भी जप्त कर लिया है, जो कि अवैध अफीम व्यापार से कमाए गए हैं। ईडी द्वारा संपत्तियों की कीमत करोड़ों में बताई जा रही है यह कार्रवाई हरियाणा पुलिस की नारकोटिक ड्रग्स एंड साइकोट्रॉपिक सब्सटेंस एक्ट 1985 के तहत दर्ज फिर पर आधारित है। वहीं सभी मुख्य आरोपियों के खिलाफ शिकायत पत्र भी दायर हो चुके हैं।
ईडी अधिकारी ने इसको लेकर कहा कि यह व्यापार कई वर्षों से चल रहा है था। 2 फरवरी 2006 को एनडीपीएस की धारा 17 और 18 के तहत 34 आरोपियों को दोषी ठहराया गया था। वहीं 1 फरवरी 2022 की FIR में उनके खिलाफ चार्जशीट भी दाखिल हुए थे। अब इस मामले में आगे की कार्रवाई की जाएगी।








