CM Bhajanlal Order After Jaipur Road Accident: राजस्थान में इन दिनों सड़क हादसे के मामले काफी बढ़ने लगे हैं। दो दिन पहले जोधपुर के फलौदी में हुई दुर्घटना और उसके बाद कल यानी 3 नवंबर को जयपुर में हुई सड़क दुर्घटना के बाद राजस्थान के मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा ने परिवहन विभाग को सख्ती से सभी आदेश को लागू करने के निर्देश दिए हैं। भजनलाल शर्मा ने कहा कि जो भी ओवर स्पीड करता है, या फिर शराब पीकर वाहन चलाता है। उसका लाइसेंस सीधा निलंबित कर दिया जाए।
सड़क किनारे अवैध ढाबों के खिलाफ एक्शन
इसके अलावा मुख्यमंत्री ने यह भी कहा कि हाईवे किनारे जितने भी अवैध ढाबे हैं और जो भी नियम तोड़ते हैं, उनके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाए। ऐसे में सरकार के इस फैसले का अंजाम ट्रैफिक नियमों का पालन नहीं करने वालों को भुगतना पड़ेगा। राजस्थान में जिस तरीके से सड़क हादसे बढ़ते जा रहे हैं, इसके बाद मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा ने अब सख्त रूप अपना लिया है।
दुर्घटना नियंत्रण प्लान तैयार के आदेश
पहले जोधपुर में एक थार ने एक बाइक पर सवार पांच लोगों को टक्कर मार दी थी, जिसमें चार लोगों की मौत हो गई। अब बीते दिन जयपुर में एक बेकाबू ट्रक ने दो दर्जन से अधिक लोगों को कुचल दिया, जिसमें से 14 लोगों की अब तक मौत हो चुकी है। यह ट्रक ड्राइवर शराब पीकर वाहन चला रहा था। इस हादसे के तुरंत बाद मुख्यमंत्री ने हाई लेवल मीटिंग की और इस मीटिंग में सभी विभागों को यह आदेश दिया है कि दुर्घटना नियंत्रण के लिए प्लान तैयार किया जाए और अगर कोई लापरवाही बरतता है तो उसके खिलाफ एक्शन लिया जाएगा।
ओवरलोडिंग के खिलाफ बरती जाए सख्ती
मुख्यमंत्री ने आगे कहा कि प्रदेश में जितने भी अवैध कांटे हैं, उसको बंद किया जाए। ओवरलोडिंग के खिलाफ भी सख्त एक्शन लिया जाए और अगर कोई बार-बार ट्रैफिक नियमों का उल्लंघन कर रहा है, तो उसका लाइसेंस कैंसिल किया जाए। मुख्यमंत्री ने साफ कर दिया है कि अगर आरोपियों के खिलाफ समय पर कार्रवाई नहीं की जाएगी, तो विभागीय अधिकारियों और कर्मियों के खिलाफ जीरो टॉलरेंस की नीति के तहत सख्त कार्रवाई की जाएगी।
15 नवंबर तक पूरे किए जाए सारे काम
इसके अलावा यह भी आदेश दिया गया है कि सर्दियों में कोहरे के कारण सड़क हादसे बढ़ाने की संभावना रहती है, जिसके लिए हाईवे पर रिफ्लेक्टर लगाए जाए। सड़कों की मरम्मत की जाए और सड़क के किनारों की सफाई का काम भी जल्द से जल्द पूरा किया जाए। 15 नवंबर तक इसके लिए डेडलाइन दिया गया है, तब तक सड़क सुरक्षा से जुड़े सभी कार्य पूरे कर लिए जाएं।

			
			
			
			
			
			
			
			
			
			
			
			
			
			
			
			
    
        
        





