Jaipur Flyover: जयपुर का मुख्य ओटीएस चौराहा अब बड़े बदलाव का प्रमाण बनने जा रहा है। दरअसल जयपुर विकास प्राधिकरण द्वारा हिम्मत नगर आरओबी के माध्यम से टोंक रोड और जेएलएन मार्ग के बीच यातायात की भीड़ को कम करने के लिए एक नया फ्लाईओवर बनाया जा रहा है। इस परियोजना पर काम आधिकारिक तौर पर शुरू हो चुका है।
जेडीए ने 2016 की परियोजना को फिर से शुरू किया
आपको बता दें कि इस बुनियादी ढांचे के उन्नयन का खाका नया नहीं है। जेडीए द्वारा पहली बार 2016 में इस तरह के परियोजना के बारे में विचार किया गया था। इस परियोजना में न केवल फ्लाईओवर का निर्माण शामिल था बल्कि वाहनों की बढ़ती संख्या को मैनेज करने के लिए आसपास की पुलिया को चौड़ा करना भी शामिल था। हालांकि काफी सारे कारण जैसे की देरी या फिर कानूनी जटिलताओं और सरकारी प्राथमिकताओं में बदलाव की वजह से यह परियोजना अब तक स्थगित ही रही।
कानूनी अड़चन चुनौती बनी हुई है
यूं तो निर्माण कार्य शुरू हो चुका है लेकिन ओटीएस चौराहा परियोजना फिलहाल कानूनी कार्यवाही में उलझी हुई है। दरअसल निर्माण का ठेका मूल रूप से एक फर्म को दिया गया था जिसने बाद में काम ही शुरू नहीं किया। जेडीए द्वारा आदेश को रद्द करने के बाद फर्म ने इस मामले को अदालत में ले लिया। नतीजतन स्वरूप जेडीए को दोबारा से निर्माण कार्य शुरू करने से पहले इन कानूनी मुद्दों को सुलझाना होगा।
ओटीएस चौराहा क्यों है महत्वपूर्ण
यह चौराहा जयपुर के यातायात नेटवर्क के लिए काफी ज्यादा जरूरी है। जेएलएन मार्ग से 76% यातायात इसी जंक्शन से होकर गुजरते हैं। यह मार्ग औसतन 73790 यात्री कार इकाइयों का भार संभालता है। सिर्फ इतना ही नहीं बल्कि व्यस्त समय के दौरान यातायात 7,379 पीसीयू प्रति घंटे तक पहुंच जाता है।
अब इसी भार को प्रबंधित करने के लिए जेडीए लगभग 1000 से 1500 मीटर लंबे फ्लाईओवर की योजना बना रहा है। इस फ्लाईओवर के बनने के बाद वाहनों के दबाव को काफी काम किया जाएगा और भीड़ भाड़ में काफी कम होगी।
एलिवेटेड रोड बनाने की योजना
इसी के साथ बुनियादी ढांचे को और मजबूत करने के लिए एक बड़ा कदम उठाए जा रहा है। दरअसल जेडीए ने सांगानेर में एक एलिवेटेड परियोजना की तैयारी भी तेज कर दी है। इसका प्रारंभिक तकनीकी सर्वेक्षण पहले से ही किया जा चुका है और अतिक्रमण हटाने की कार्रवाई जल्द ही शुरू की जाएगी। यह एलिवेटेड रोड सांगानेर फ्लाईओवर को चौरड़िया पेट्रोल पंप से जोड़ेगा और न्यू सांगानेर रोड और मालपुरा रोड की तरफ बढ़ेगा।
इसके लिए लगभग 5100 वर्ग मीटर भूमि का अधिग्रहण किया जाएगा। जब यह एलिवेटेड मार्ग पूरा हो जाएगा तब यह दक्षिणी जयपुर से आने वाले यातायात के लिए एक महत्वपूर्ण बाईपास के रूप में कार्य करेगा।
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