Sawan Gauri Vrat 2025: सावन में महादेव के साथ मां गौरी की भी अपने भक्तों पर विशेष कृपा बनाए रखती है। सावन के इस महीने में बारिश होती है, जिस वजह से पूरा वातावरण हरा-भरा हो जाता है। उसी तरह मां गौरी और महादेव भक्तों के अटूट प्रेम और भक्ति को देख अपनी कृपा की बरसात कर देते हैं। जिससे महादेव और मां गौरी की कृपा से भक्तों का जीवन हरा-भरा हो जाता है। लेकिन इसके लिए भक्तों को कुछ विशेष उपाय करने होंगे, जिससे आपको महादेव और मां गौरी की कृपा प्राप्त होगी।
कब है मंगला गौरी का व्रत
बता दें कि सावन में इस बार मंगला गौरी का पहला व्रत 15 जुलाई को है। इस दिन अगर कोई भक्त अपनी पूरी श्रद्धा के साथ व्रत रखता है, तो मां गौरी की विशेष कृपा प्राप्त होती है। वहीं सावन में जिस तरह सोमवार के व्रत रखे जाते हैं, जिसमें महादेव का जलाभिषेक किया जाता है। और उनको प्रसन्न किया जाता है। उसी तरह मां गौरी को प्रसन्न करने के लिए मंगला गौरी का व्रत रखा जाता है। जिसमें मां गौरी की कृपा प्राप्त होती है।
मंगला गौरी व्रत का महत्व
सावन में जितना महत्व सोमवार के व्रत का होता है, उसी तरह सावन में मंगला गौरी के व्रत का विशेष महत्व माना जाता है। इस व्रत को जो भी शादीशुदा औरतें रखती हैं, उनको मां गौरी के द्वारा अखंड सौभाग्य का आर्शीवाद प्राप्त होता है। वहीं पति की लंबी आयु के साथ जो लड़कियां अविवाहित है, उनको मनचाहे वर की प्राप्ति होती है।
व्रत पर करें ये विशेष उपाय
मंगला गौरी व्रत पर के साथ अगर आप मां गौरी और महादेव की पूजा करनी चाहिए।और पूजा के साथ मां गौरी को प्रसन्न करने के लिए ॐ गौरी शंकराय नमः मंत्र का जाप करें। इस मंत्र से न केवल मां गौरी बल्कि महादेव का भी आशीर्वाद प्राप्त होगा। वहीं इस दिन जब शादीशुदा औरतें व्रत की पूजा के समय पूर्ण श्रृंगार करके ही पूजा करें।
इसे भी पढ़े:- Sawan Somwar Puja 2025: सावन में प्राप्त करें महादेव की कृपा, जानें पूरे महीने क्या करें और क्या न करें