Milk Production: राजस्थान सर्वाधिक दुग्ध उत्पादन वाला राज्य बनने से अब बस एक कदम दूर रह गया है। इस दिशा में भजनलाल सरकार ग्रामीण स्तर पर ही प्राथमिक दुग्ध उत्पादक सहकारी समितियों को और अधिक योगदान देने वाली बनाने पर बल दे रही है। इसके लिए सरस डेयरी के नेटवर्क को एक सरकारी पोर्टल के माध्यम से जोड़कर पारदर्शी ढंग से उसके प्रतिदिन के आंकड़ों को एकत्रित करेगी। इस दिशा में सभी प्राथमिक दुग्ध उत्पादक सहकारी समितियों को भी इस पोर्टल से संबद्ध किया जाएगा। इस मामले उसका सबसे निकट प्रतिस्पर्धी पड़ोसी राज्य उत्तर प्रदेश वर्तमान में शीर्ष राज्य है।
पूर्व में भी राजस्थान बन चुका है नंबर 1 राज्य
श्रुति भारद्वाज जो कि राजस्थान कोऑपरेटिव डेयरी फेडरेशन, जयपुर की प्रबंध निदेशक हैं। उन्होंने जानकारी देते हुए बताया इससे पहले भी राजस्थान 3 साल पूर्व उत्पादन करने के मामले में शीर्ष राज्य बन चुका है। उस वर्ष भी राजस्थान ने दुग्ध उत्पादन में पड़ोसी उत्तर प्रदेश को पछाड़कर नंबर 1 राज्य बनने का गौरव प्राप्त किया था। उस दौरान राज्य में दुग्ध उत्पादन बढ़कर 900 लाख लीटर हो गया था। लेकिन अगले वर्ष यूपी के अतिरिक्त प्रयासों के कारण उत्पादन में पिछड़ गया। इस समय के आंकड़ों को देखा जाए औसत उत्पादन में राजस्थान यूपी से 151 लाख लीटर पीछे चल रहा है।
जाने क्या है योजना
दुग्ध उत्पादन को लेकर जब भी चर्चाएं होती हैं तो सबसे पहले अमूल डेयरी का नाम सबसे पहले आता है, जो गुजरात के आनंद में स्थित है। लेकिन अब भजनलाल सरकार ने उत्पादन को बढ़ाने की दिशा में एक विशेष योजना बनाई है। इसके लिए सबसे पहले भारत सरकार की राष्ट्रीय गोकुल मिशन योजना के तहत राज्य में गिर नस्ल की गायों की नस्ल सुधार हेतु ब्राजील नस्ल के सांड के फ्रीज्ड वीर्य को कृत्रिम गर्भाधान में उपयोग किया जा रहा है। इस योजना को अभियान के तौर पर राजस्थान के 23 जिलों में लागू किया गया है। बता दें वर्तमान में राजस्थान का 912 लाख लीटर यूपी के 1063 लाख लीटर उत्पादन के बाद दूसरे स्थान पर है।
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