Rajasthan News : झुंझुनूं जिले के हाथीदेह पीएचसी से लिए गए डेक्सट्रोमेथॉरफन सिरप के सैंपल की जांच रिपोर्ट सामने आ गई है। लैब जांच में सिरप के सभी तत्व निर्धारित मानकों के अनुरूप पाए गए हैं। यह वही सिरप है, जिसके सेवन के बाद खोरी ब्राह्मणान गांव के बच्चे नित्यांश की मौत का मामला सामने आया था। इस घटना के बाद कई जिलों में बच्चों की तबीयत बिगड़ने की खबरों ने स्वास्थ्य विभाग को सतर्क कर दिया था। विभाग ने एहतियात के तौर पर पूरे प्रदेश में इस सिरप की सप्लाई रोककर जांच के आदेश दिए थे। अब जांच रिपोर्ट में सिरप को सही पाया गया है, जिससे विभाग ने राहत की सांस ली है।
9 दवाई मिली नकली
सीकर ड्रग कंट्रोल डिपार्टमेंट की जांच में 9 तरह की दवाइयां नकली मिली हैं। इन दवाओं की सप्लाई बाजार में बड़ी मात्रा में किया गया है। इन दवाओं में साल्ट कंटेंट के बदले पाउडर भरा हुआ पाया गया था। आपको बता दें कि इन नकली दबाव का निर्माण जयपुर,हिमाचल और उत्तराखंड में निर्मित किया गया है। ड्रग कंट्रोलर ने प्रदेश के औषधि नियंत्रण अधिकारियों को सतर्कता बरतने के निर्देश दिए हैं। इन कंपनियों की दवाओं के सैंपल लेने के निर्देश जारी किए है।
कई बीमारियों के इलाज में इस्तेमाल दवाएं फेल
जांच किए गए सैंपल में कई बीमारियों की दवाई फेल पाई गई हैं। जिसमें संक्रमण, पेट की ऐंठन,दस्त,मनोदैहिक विकार, गठिया, दाद, मलेरिया, डायबिटीज के दवाओं का सैंपल फेल हुआ है। एंटीबायोटिक दवाओं का भी सैंपल फेल हुआ है। सीकर जिले में हर माह में 10 करोड़ से ज्यादा दवाओं का कारोबार होता है। सैंपल अक्टूबर माह में अलग-अलग जगह उठाए थे। लैब में जांच के फेल होने पर कार्रवाई शुरू की है।
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