Bollywood Movies In Rajasthan: राजस्थान अपने शाही इतिहास और खूबसूरत संस्कृति के लिए मशहूर है। यह राज्य इतना खूबसूरत है की दुनिया भर के फिल्म निर्माताओं के लिए यह पसंदीदा गंतव्य बन चुका है। यहां पर कई बॉलीवुड क्लासिक और आधुनिक ब्लॉकबस्टर फिल्में बनी है। आईए जानते हैं उन प्रतिष्ठित फिल्मों के बारे में जिन्होंने इस राज्य की सुंदरता को ऑन स्क्रीन अमर कर दिया।
मुगल-ए-आजम (1960)
जब यह ऐतिहासिक नाटक मुगल-ए-आजम बड़े पर्दे पर उतरा तो इसके एक गीत 'जब प्यार किया तो डरना क्या' ने ऑन स्क्रीन धूम मचा दी। इस गाने को राजस्थान के जयपुर के आमेर किले में फिल्माया गया था। दरअसल आमेर किले में एक शीश महल है और इसी शीश महल में हजारों शीशों के बीच मधुबाला का नृत्य फिल्म इतिहास की पन्नों पर स्वर्ण अक्षरों में दर्ज हो चुका है।
लम्हे (1991)
यह फिल्म यश चोपड़ा द्वारा बनाई गई थी। इस फिल्म में राजस्थान के काव्यात्मक सर को शानदार गीत 'मोरनी बागा मा बोले' के जरिए दर्शाया गया है। इस गाने को रेगिस्तान में अंधेरी रात के दौरान आसमान के नीचे फिल्माया गया है। श्रीदेवी पारंपरिक राजस्थानी पोशाक में कैंप फायर के सामने घूमती नजर आती हैं।
हम दिल दे चुके सनम (1999)
यह फिल्म संजय लीला भंसाली द्वारा बनाई गई थी। इस फिल्म का एक गाना जो आज भी लोगों को मुंह जुबानी याद है थार रेगिस्तान में फिल्माया गया था। हम बात कर रहे हैं उस दिल को छू लेने वाले गाने की जिसका नाम है 'तड़प तड़प के'। सिर्फ इतना ही नहीं बल्कि इस फिल्म का पहला भाग बड़ा बाग की समाधि पर भी दिखाया गया है।
पहेली (2005)
इस फिल्म को नवलगढ़ की सेटिंग में शूट किया गया है। इस फिल्म में आप राजस्थान के कठपुतली शो, ऊंट दौड़ और रेगिस्तान के कई विस्तृत दृश्य देख सकते हैं। साथ ही आपके इस फिल्म में राजस्थान के पारंपरिक घर भी देखने को मिलेंगे। इस फिल्म के एक महत्वपूर्ण दृश्य को हाड़ी रानी की बावड़ी में फिल्माया गया है।
डोर (2006)
इस फिल्म का निर्देशन नागेश कुकुनूर ने किया था। यह फिल्म मात्र 37 दिनों में शूट कर ली गई थी। इस फिल्म में मेहरानगढ़ किला, उम्मेद नगर गढ़, पोखरण पैलेस और सेठ रावर गांव को दिखाया गया है।
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