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Rajasthan Batool Begum: राजस्थान की लोक गायिका बतूल बेगम मुस्लिम मांड के साथ हिंदू भजन गाकर एकता का संदेश देती हैं, जिन्होंने स्थानीय स्तर से पद्म पुरस्कार तक का सफर तय किया।  

Rajasthan Batool Begum: राजस्थान में जो अपने पारंपरिक गीतों के लिए जाना जाता है, जहां के कई गायक और गायिकाएं ऐसी भी हैं, जिनके गानों को अक्सर लोग गुनगुनाते रहते हैं, लेकिन उनके बारे में कोई नहीं जानता है। तो आज हम एक ऐसी गायिका के बारे में बात करते हैं, जिन्होंने अपनी संगीत से लाखों लोगों के दिलों के साथ पद्मश्री भी हासिल किया।  

लोक गायिका बतूल बेगम  

राजस्थान की प्रसिद्ध लोक गायिका बतूल बेगम जिनका जन्म जयपुर मुस्लिम समुदाय के एक परिवार में हुआ था, जिनकी एकता की भावना और गीतों में सांप्रदायिक सौहार्द का संदेश के कारण उन्हें इस साल पद्मश्री से सम्मानित किया गया है। बतूल अपने अंतरंगी और अद्भुत गीतों के लिए जानी जाती हैं। मुस्लिम समुदाय की होने के बावजूद इन्होंने भजन गाए हैं। इन्हें राजस्थान के लोगों द्वारा राजस्थानी मांड गायन में उस्ताद के रूप में उपाधि मिली है। ये एक ऐसी गायिका थीं जिन्होंने लोगों में एकता की भावना का प्रचार किया।  

राजस्थान लोक संगीत में योगदान  

राजस्थानी मांड की उस्ताद बेगम बतूल ने लोक संगीत को दुनिया में एक पहचान दिलवाई है। ये ऐसी कलाकार हैं, जो अपने गीतों के साथ कई तरह के वाद्य यंत्रों को बजाती हैं। इन्होंने राजस्थान के लोक संगीत को एक मंच प्रदान किए जाने में अपना विशेष योगदान दिया है।  

एकता का संदेश  
बतूल बेगम एक ऐसी गायिका थीं, जिन्होंने न केवल मुस्लिम बल्कि हिंदुओं के दिलों में अपनी एक अलग पहचान बना रखी है। राजस्थान की मांड उस्ताद कहलाने वाली ये गायिका, जिन्होंने हिंदुओं के  देवी-देवताओं के गीत गाए हैं। इन्होंने प्रभू श्री राम के साथ गणपति के भी भजनों को अपनी आवाज में गाया है, इन भजनों को गाकर इन्होंने एकता का संदेश दिया है।  

पद्मश्री का सफर  

जयपुर की बतूल बेगम को पद्मश्री से सम्मानित किए जाने से पहले कई और पुरस्कारों से  सम्मानित किया गया है, जिसमें से एक नारी शक्ति पुरस्कार है, जो उन्हें 2022 में दिया गया था। इसकी खास बात ये थी कि यह पुरस्कार उन्हें रामनाथ कोविंद द्वारा भारत के लोक संगीत को अंतरराष्ट्रीय स्तर पर पहचान दिलवाने को लेकर अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस के दिन दिया गया था। इसके साथ इन्होंने 56 देशों में अपने संगीत से लोगों को दीवाना कर दिया।

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