Rajasthan Transfer Policy: राजस्थान में लगातार शिक्षा विभाग की तरफ से तबादलों को लेकर हलचल देखने को मिल रही है। आपको बता दें कि इन तबादलों की प्रक्रिया को लंबा समय हो गया है। लेकिन अभी तक इसका कोई संशोधन नहीं हुआ है। शिक्षा मंत्री मदन दिलावर के द्वारा भी इसको लेकर निर्देश निकाले जा रहे हैं। शिक्षा विभाग के द्वारा की गई इस पहल के लिए विधायकों को नामों के मेल भेजे जा रहे हैं।
शिक्षा विभाग कार्यालय ने प्रपत्र सिफारिश मांगी
राजस्थान में शिक्षा विभाग में तबादलों को लेकर हलचल फिर से तेजी से होती जा रही है। जिसमें राजस्थान के शिक्षा मंत्री मदन दिलावर के कार्यालय के द्वारा सभी विधायकों को मेल भेज दिया गया है। इस मेल में कार्यालय के द्वारा 15 जून तक तय प्रपत्र के लिए सिफारिश मांगी गई है।
विधायक देंगे प्रपत्र में 70 नाम
राजस्थान के शिक्षा विभाग के कार्यालय की ओर से भेजे गए मेल से विधायक भी इसको लेकर सक्रिय हुए हैं। साथ ही प्रत्येक विधायक की वरीयता क्रम के हिसाब से प्रधानाचार्य, प्राचार्य, व्याख्याता, द्वितीय श्रेणी अध्यापक, मंत्रालयिक संवर्ग के साथ चतुर्थ श्रेणी कर्मचारी को शामिल किया गया है। जिसके लिए मदन दिलावर के कार्यालय ने विधायकों से मेल के माध्यम से तबादलों के लिए अधिकतम 70 नाम मांगे हैं।
विधायक सिर्फ अपने क्षेत्र में ही कार्मिक को लगाने के साथ उनके स्थानांतरण के ही प्रस्ताव दे सकेंगे। प्रदेश में शिक्षा विभाग ने विधायकों से पिछले साल भी तबादलों के लिए नाम मांगे थे। लेकिन विधायकों के सक्रिय न होने की वजह से ट्रांसफर अभी तक अटके हुए हैं।
विधायक सूची में इन निर्देशों को अवश्य करें शामिल
- परीक्षा के समय जो कर्मचारी कार्यरत हैं, उन प्रबंधक कर्मियों के तबादले को प्रस्तावित नहीं किया जाएगा।
- इस सूची में किसी कर्मचारी को शिकायत की वजह से हटाना है या फिर उसी स्थान पर रखना है, तो उसका नाम स्पष्ट रूप से अंकित किया जाना चाहिए।
- गंभीर बीमारी से पीड़ित या फिर एक साल से कम सेवानिवृत्त वाले कर्मचारियों का स्थानांतरण किए जाने के लिए उनका नाम शामिल न करें।
- अगर आप सूची में किसी का नाम लिख रहे हैं, तो उसके नाम के साथ डॉ, सुश्री या फिर श्रीमती या श्री का इस्तेमाल न करें।
- जो विधायक प्रस्ताव नाम भेज रहा है, वो ध्यान दें कि अधिकृत मेल आईडी से ही नामों को भेजें।