New Staffing Pattern: पूरे एक दशक के इंतजार के बाद राजस्थान शिक्षा विभाग द्वारा एक बार फिर सरकारी स्कूलों में स्टाफिंग पैटर्न शुरू किया जा रहा है। शिक्षा विभाग द्वारा उठाए गए इस कदम के बाद छात्र शिक्षक अनुपात में सुधार होने और शिक्षा की गुणवत्ता में भी वृद्धि होने की काफी उम्मीद है। जारी किए गए नए दिशा निर्देशों के मुताबिक तकरीबन 85000 नए पद जोड़े जाएंगे। इन पदों में 40000 शिक्षण पद और 45000 गैर शिक्षण पद शामिल हैं।
क्यों जरूरी है यह कदम
आपको बता दें कि यह कदम पिछली बार 2015 में उठाया गया था। इसके बाद राजस्थान के स्कूलों में छात्र नामांकन में काफी ज्यादा वृद्धि हुई थी। अब हाल फिलहाल में उपलब्ध मानव संसाधन और शैक्षिक मांग के बीच का अंतर काफी बढ़ गया था। जिस वजह से छात्रों और शिक्षकों दोनों की वर्तमान जरूरत को पूरा करने के लिए एक नया अपडेटेड मॉडल काफी जरूरी था।
अब क्या है नया पैटर्न
इस नई योजना में अलग माध्यमिक विद्यालय के पैटर्न को हटा दिया गया है। अब एकल माध्यमिक विद्यालयों का वर्गीकरण चरणबद्ध तरीके से पूर्ण रूप से समाप्त कर दिया गया है। आपको बता दें कि अब इसके बजाय विद्यालय को ज्यादा एकीकृत मॉडल के तहत दोबारा से गठित किया जा रहा है। इसमें प्राथमिक से लेकर वरिष्ठ माध्यमिक स्तर तक की कक्षाओं को एकीकृत किया जाएगा।
शिक्षक आवंटन दिशा निर्देश
- सामान्य विद्यालयों के लिए शिक्षक छात्र अनुपात को दोबारा से गठित किया गया है।
- कक्षा 1 से 5 तक के पहले 60 बच्चों के लिए दो शिक्षक नियुक्त किए जाएंगे। इसके बाद के 30 छात्रों के लिए एक अतिरिक्त शिक्षक जोड़ा जाएगा।
- अंग्रेजी विद्यालयों, मुख्य रूप से महात्मा गांधी अंग्रेजी माध्यम विद्यालय और बाकी समान संस्थानों पर भी अच्छा खासा ध्यान दिया गया है। हर स्कूल में कक्षा 1 से लेकर 5 तक के लिए पांच लेवल 1 के शिक्षक होंगे।
गैर शिक्षण कर्मचारियों पर भी ध्यान
इन 40000 शिक्षण पदों के अलावा 45000 गैर शिक्षण कर्मचारियों के भी भर्ती की जाएगी। क्लर्क और लैब सहायकों से लेकर चपरासी, आईटी ऑपरेटर तक कई सारी भर्तियों से रोजगार के अवसर प्राप्त होंगे।
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