Fake PM Kisan Yojana App: आज के समय में ऑनलाइन और सोशल मीडिया के माध्यम से होने वाली ठगी आम हो गई हैं। अपराधी फेक साइट बनाकर लोगों से लाखों रूपए तक वसूल कर लेते हैं। अब राजस्थान पुलिस की साइबर क्राइम ब्रांच की ओर से नई ठगी का पता लगाया गया है। बता दें कि आजकल अपराधी पीएम किसान सम्मान निधि योजना की फर्जी साइट और ऐप बनाकर लोगों से ठगी कर रहे हैं।
इसके लिए साइबर क्राइम ने चेतावनी जारी की है। इस मामले पर पुलिस का कहना है कि अपराधी किसानों को फेक लिंक भेजकर या फर्जी ऐप के माध्यम से लूटने की कोशिश कर रहे हैं। इसमें दावा किया जाता है कि किसानों का पंजीकरण घर बैठे ही हो जाएगा।
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ऐसे हो रही है ठगी
साइबर क्राइम शाखा के एसपी शंतनु कुमार ने जानकारी दी कि जैसे ही किसान वेक वेबसाइट व फर्जी ऐप के जरिए अपनी जानकारी डालते हैं, वैसे ही उनके मोबाइल में मैलवेयर इंस्टॉल हो जाता है, जिससे उनके पूरे फोन की सभी जानकारी अपराधी के पास पहुंच जाती है और आपका फोन पूरी तरह से अपराधियों के नियंत्रण में हो जाता है। इसके बाद वह आपके फोन में स्क्रीन रिकॉर्डिंग, ओटीपी, बैंक डिटेल्स आदि संवेदनशील जानकारी लेकर आपके बैंक खातों से पैसे निकाल लेते हैं।
कैसे बचें?
पुलिस ने इस ठगी से बचने के लिए बताया कि यदि आप पीएम किसान योजना के अंतर्गत पंजीकरण कराना चाहते हैं तो आप तीन आधिकारिक माध्यमों से कर सकते हैं। सबसे पहले कृषि कार्यालय में जाकर आप अपना रजिस्ट्रेशन करा सकते हैं, भारत सरकार की आधिकारिक वेबसाइट या फिर कॉमन सर्विस सेंटर के माध्यम से योजना में अपना रजिस्ट्रेशन करा सकते हैं।
साइबर क्राइम ब्रांच ने लोगों से की अपील
इस संबंध में साइबर क्राइम ब्रांच ने लोगों को सलाह दी है कि ऐसे फर्जी लिंक या ऐप से बचे और यदि कोई गतिविधि दिखाई दे तो तुरंत हेल्पलाइन नंबर 1930 पर कॉल कर रिपोर्ट कराए या नजदीकी साइबर पुलिस स्टेशन में जाकर घटना की सूचना दर्ज कराएं।