Dropout Girls Education Scheme : राजस्थान सरकार ने अपने राज्य की बेटियों के लिए शिक्षा के क्षेत्र में आगे बढ़ाने के लिए सराहनीय कदम उठाया है। भजनलाल सरकार ने उन बेटियों को स्कूल पहुंचाने का बीड़ा उठाई है जिन्होंने किसी कारणवश स्कूल छोड़ दिया था। शिक्षा परिवर्तन कार्यक्रम के तहत ड्रॉपआउट और नामांकन से वंचित बालिकाओं की घर-घर जाकर पहचान की जाएगी और उन्हें स्कूलों से फिर से जोड़ा जाएगा। इसकी घोषणा सूबे के मुखिया भजनलाल शर्मा ने बालातोरा जिले में शिक्षा परिवर्तन कार्यक्रम की शुरुआत के मौके पर की। आइए जानते है इस योजना के बारे में…
राज्य सरकार विद्यालय व विद्यार्थियों को मुहैया करा रही है विशेष सुविधाएं
सीएम भजनलाल ने शनिवार को बालातोरा जिला शिक्षा परिवर्तन कार्यक्रम (बीडीईटी) के मौके पर जिसमें सिक्किम के राज्यपाल ओमप्रकाश माथुर भी उपस्थित थे, शिक्षा संबंधी अनेक सुविधाओं का खुलासा किया। इस संदर्भ में सीएम ने बताया कि प्रदेश के 4 हजार से ज्यादा विद्यालयों में 8 हजार से अधिक स्मार्ट क्लास बनाए गए हैं। स्कूल टाइम ओवर होने के बाद हफ्ते में पांच दिन सोमवार से शुक्रवार तक स्पेशलिस्ट टीचर्स द्वारा लाइव क्लासेज व विद्यार्थियों को वाट्स अप ग्रुप के जरिए ई-पाठशाला की सुविधा दी जा रही है।
इसी प्रक्रिया के अंतर्गत राज्य सरकार द्वारा 88, हजार 800 प्रतिभाशाली विद्यार्थियों को टैबलेट के साथ इंटरनेट कनेक्शन फ्री में दिया गया है। राज्य के पुस्तकालयों में 43 लाख नई पुस्तकें उपलब्ध कराई गई हैं। इसके साथ ही पंडित दीनदयाल उपाध्याय गरीबी मुक्त गांव योजना के अन्तर्गत 10 हजार गांवों में BPL परिवारों की पड़ताल कर उन्हें भी सरकारी योजनाओं के लाभ से जोड़ा जा रहा है।
पात्र लोगों को पहुंच रहा योजना का लाभ
इस संदर्भ में सिक्किम के राज्यपाल ओमप्रकाश माथुर ने बताया कि केन्द्र व राज्य सरकार की इन जन हितकारी योजनाओं का लाभ वास्तविक जरूरतमंदों तक पहुंच रहा है जिसके लिए प्रवासी भाई-बहन राजस्थान में जनसेवा और सामाजिक हित के कार्यों में अपने पूरे सहयोग व समर्थन के साथ लगे हुए हैं।
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