rajasthanone Logo
Dungarpur Mountaineers: राजस्थान के डूंगरपुर जिले के तीन युवाओं ने नेपाल की आइसलैंड पीक पर तिरंगा फहराया। कॉलेज के समय से ही तीनों को ट्रैकिंग का शौंक था। जिसके बाद इन्होंने ट्रेनिंग ली। अब माउंट एवरेस्ट की सबसे ऊंची चोटी की चढ़ाई शुरू करेंगे।

Rajasthan youths Everest climb: राजस्थान के 3 युवाओं ने माउंट एवरेस्ट क्षेत्र में आइसलैंड पीक की चोटी पर तिरंगा फहराकर देश का सिर गौरव से ऊंचा कर दिया है। तीनों युवा डूंगरपुर जिले के रहने वाले हैं। जिन्होंने ट्रेनिंग लेने के पश्चात अपना यह आठवां मिशन पूरा किया। यह चोटी नेपाल की 20 हजार फीट की ऊंचाई पर स्थित है। इन युवाओं ने तिरंगा फहराकर पहलगाम में हुए आतंकी हमले में मारे गए पर्यटकों को श्रद्धंजलि दी है। इन तीनों युवाओं के नाम हितेन डामोर (IT फर्म के इंजिनियर), कपिल परमार (बैंक मैनेजर) और विवेक पंड्या (ट्रैवल बिजनेस फाउंडर) है। 

कॉलेज में भी था ट्रैकिंग का शौंक

जब तीनों कॉलेज में पढ़ाई कर रहे थे तो, उनकी ट्रैकिंग में रूचि बढ़ रही थी। जिसके बाद उन्होंने उत्तराखंड में पर्वतारोही की ट्रेनिंग ली और फिर हर साल तीनों ट्रैकिंग पर जाते हैं। 

अब तक कहां कहां जा चुके हैं ट्रैकिंग के लिए

अभी तक ये तीनों युवा बुरान पास, खीरगंगा, मलाणा, केदारनाथ, तुंगनाथ, चंद्रशिला, चादर ट्रेक, काला पत्थर, श्रीखंड महादेव, एवरेस्ट बेस कैंप और चंदनाहन ट्रेक जा चुके हैं। इस बार इन्होंने नेपाल और भारत सरकार की पर्वतारोही टीम के साथ आइसलैंड पीक पर चढ़ाई की और तिरंगा फहराया। 

अब माउंट एवरेस्ट की सबसे ऊंची चोटी पर करेंगे चढ़ाई

जब इन तीनों ने आइसलैंड पीक की कठिन चढ़ाई शुरू की थी तो, इसका बेस कैंप एवरेस्ट बेस कैंप से होकर जाता है। इन्होंने 20,305 फीट की चढ़ाई 8 घंटे में की और वापस उतरने में इन्हे 7 घंटे लगे। तीसरे युवा कपिल परमार 19,357 फीट की ही चढ़ाई कर सके, जिसके बाद सुरक्षा कारणों से उन्हें नीचे आना पड़ा। इस कठिन और बर्फीली चढ़ाई के बाद अब ये माउंट एवरेस्ट की सबसे ऊंची चोटी पर चढ़ाई करके रिकॉर्ड बनाने की सोच रहे हैं।

यह भी पढ़ें -

5379487