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Tota Palna Subh Hai Ya Ashubh: वास्तु शास्त्र में तोता पालने को लेकर कई सारे बाते बताई गई है। यदि आप भी अपने घरों में तोता पालने को लेकर विचार कर रहे हैं तो यह खबर आपके लिए है।

Tota Palna Subh Hai Ya Ashubh: हिंदू धर्म में तोतों का विशेष महत्व है। इसलिए इन्हें पालने की परंपरा प्राचीन काल से ही चली आ रही है। क्योंकि उनकी मधुर वाणी, मनमोहक रूप और बुद्धिमता लोगों को अपनी ओर आकर्षित करती हैं।

वैदिक ज्योतिष शास्त्र और वास्तु शास्त्र के अनुसार, घर में तोता पालना शुभ होता है या अशुभ इसके बारे में लोगों में अलग-अलग राय है।

घर में तोता पालने को लेकर कुछ लोग कहते हैं कि यह सौभाग्य का प्रतीक होता है तो कुछ लोग दुर्भाग्य लाने वाला मानते हैं। लेकिन घबराने वाली बात नहीं है इस खबर में हम आपको बताएंगे कि घर में तोता पालना चाहिए या नहीं।

सनातन धर्म में तोते को देवी-देवता से जोड़ा गया है। इसके साथ ही इन्हें कामदेव का वाहन भी बताया गया है। ऐसी मान्यता है कि जहां भी तोता होता है वहां प्रेम और सद्भाव का वातावरण बना रहता है। वहीं कुछ लोग मानते हैं कि तोता को घर में पालने से सकारात्मक ऊर्जा आता है। तोते की हरियाली समृद्धि और प्रकृति का प्रतीक भी मानी जाती है। इसलिए लोग इसे पालतु बना कर रखते हैं।

क्या कहता है वास्तु शास्त्र

वास्तु शास्त्र के अनुसार, घर में तोता रखना तभी शुभ माना गया है जब उसे खुला या स्वतंत्र में रखा जाए। यदि उसे पिंजरे में बंद किया जाए तो वह नकारात्मक ऊर्जा उत्पन्न करता है। इसके साथ ही घर में कलह, तनाव  और मानसिक अस्थिरता भी बढ़ सकती है। इसलिए वास्तु शास्त्र भी कहता है कि पक्षियों को बंदी बनाकर रखने से घर में वास्तु दोष उत्पन्न होता ह। यदि आप तोता प्रिय है तो उसे स्वतंत्र रूप से उडने देना ही बेहतर है।

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