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Jaipur Bird Hospital : अस्पताल के सबसे अनोखी बात यह है कि जब पक्षियों को लगता है कि वह स्वस्थ हो गए है तो खुद ही उड़ जाते हैं।

Jaipur unique Bird Hospital : आपने इंसानों को अस्पताल जाते हुए जरूर ही देखा होगा। लेकिन क्या कभी आपने सुना पक्षी भी अपने इलाज के लिए अस्पताल आते हैं। आपने इंसानों को इलाज कराते हुए देखा होगा कि इंसान बीमार पड़ता है तो हॉस्पिटल जाकर अपना इलाज करवाते हैं। लेकिन,क्या कभी आपने किसी ऐसे अस्पताल के बारे में सुना जहां इंसान नहीं पक्षी अपना इलाज कराने आते हैं। जी हां जयपुर में एक ऐसा अनोखा अस्पताल मौजूद है जहां जब भी कोई परिंदा घायल होता है या फिर बीमार पड़ता है तो खुद ही अपना इलाज कराने अस्पताल आता है।

जब उसे अपने सेहत वापस मिल जाती तो खुले आसमानों में पक्षी वापस उड़ जाते है। न तो इन पक्षियों को कोई फीस देने की जरूरत है और ना ही कोई अपॉइंटमेंट लेने की इनका का इलाज मुफ्त में किया जाता है। अस्पताल का संचालन खुले आसमान के नीचे किया जाता है। अस्पताल जयपुर के मालवीय नगर में स्थित है । अस्पताल डोनेशन पर चलता है।

खुले आसमान के नीचे होता है पक्षियों का इलाज 

यह अस्पताल बिल्कुल आम अस्पतालों जैसा नहीं है। यहां पक्षियों का खुले अस्पताल परिसर में इलाज किया जाता है। यहां पक्षियों के लिए अलग-अलग प्रकार के पिंजरे हैं। यहां पक्षियों के लिए हर प्रकार की इलाज की व्यवस्था है। अस्पताल राजस्थान जन मंच संस्था के द्वारा चलाए जा रहा है। यहां ज्यादातर ऐसे पक्षियों को लाया जाता है जो सड़कों पर घायल अवस्था में मिलते हैं।

ठीक होने पर खुद ही पंछी उड़ जाते हैं 

अस्पताल के सबसे अनोखी बात यह है कि जब पक्षियों को लगता है कि वह स्वस्थ हो गए है तो खुद ही उड़ जाते हैं। यहां के पिंजरे आम पिंजरे जैसा नहीं है बल्कि इसको अलग तरीके से बनाया गया है। पिंजरे का ऊपरी भाग खुल होता है ताकि पक्षी अपनी मर्जी से उड़ सके। पक्षियों को अकेलेपन का अनुभव न हो इसके लिए पिंजरे में खरगोश को भी रखा जाता है।

पक्षी बचेंगे तो पर्यावरण बचेगा 

अस्पताल चलाने के पीछे इसकी सोच है कि जब पक्षी रहेंगे तो पर्यावरण भी संतुलित रहेगा। अस्पताल का संचालन डोनेशन पर चलता है। लोग यहां पैसों के साथ-साथ दाना पानी दवाइयां डोनेट करते हैं।

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