Disabled Welfare Rajasthan: राजस्थान के अलवर जिले के दिव्यांगो के लिए सरकार एक नया प्रोजेक्ट शुरू करने जा रही है। जिसका नाम प्रोजेक्ट "पहचान" (अलवर की पहचान आत्मनिर्भर दिव्यांग) रखा गया है। इस प्रोजेक्ट का शुरुआत 15 मई से कि जाएगी। इस प्रोजेक्ट का मुख्य उद्देश्य दिव्यांगो को सरकारी योजनाओं से जोड़कर उन्हें आत्मनिर्भर बनाना है। 

डा. आर्तिका शुक्ला (जिला कलेक्टर) बताती हैं कि इस प्रोजेक्ट का कार्यान्वयन अलवर जिले में दो चरणों में होगा। प्रोजेक्ट का पहला चरण 15 मई से 6 अगस्त और दूसरा चरण 7 अगस्त से चलेगा। इसके प्रोजेक्ट के कार्यान्वयन के लिए ADM द्वितीय को जिला स्तरीय नोडल अधिकारी नियुक्त किया गया है। साथ ही ब्लॉक स्तर पर उपखंड अधिकारी को नोडल अधिकारी और विकास अधिकारी को सहायक नोडल अधिकारी नियुक्त किया गया है। इसके आलावा विभागीय समन्वय के लिए सामाजिक न्याय और अधिकारिता विभाग के उपनिदेशक को प्रोजेक्ट का समन्वयक बनाया गया है। 

पहले चरण में होंगे ये काम

प्रोजेक्ट के पहले चरण में विशेष और योग्य दिव्यांगो को सुगम और बाधारहित वातावरण उपलब्ध कराने के लिए बैंक परिसर में रैंप, आवागमन के लिए राजकीय भवन, साइन बोर्ड और रेलिंग इत्यादि निर्माण किए जाएंगे। साथ ही ग्रामीण विकास और पंचायती राज विभाग, महिला एवं बाल विकास, सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता विभाग दिव्यांगो का डोर टू डोर सर्वे एवं चिन्हीकरण करके वंचित रह रहे पात्र लाभार्थियों को प्रोजेक्ट से जोड़ने के लिए कैंप लगाएंगे। 

इसी प्रकार शिक्षा विभाग भी वंचित दिव्यांग बच्चों को चिन्हित करके डिजिटल ट्रेनिंग, कौशल विकास प्रशिक्षण एवं दिव्यांग महिलाओं को सशक्तिकरण राजीविका के द्वारा डिजिटल रूप से साक्षर बनाने जैसे कार्य किए जाएंगे। 

द्वितीय चरण में ये काम होंगे

प्रोजेक्ट के दूसरे चरण में दिव्यांगो को उनकी सहायता के लिए उपकरण दिए जाएंगे और कईं अन्य योजनाओं से भी लाभांवित किया जाएगा। साथ ही दिव्यांगो को वित्तीय सहायता देने के लिए योजनाओं से जोड़ा जाएगा।

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