Bhajan Lal Government Big Action in RGHS: भजनलाल सरकार ने ‘राजस्थान गवर्नमेंट हेल्थ स्कीम’ (आरजीएचएस) में शामिल अस्पतालों के द्वारा किए गए करोड़ों के भ्रष्टाचार पर तगड़ा एक्शन लिया है। वित्त विभाग की एआई सेल (विशेष आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस) ने योजना में शामिल दर्जनों अस्पतालों को विगत 2 माह के दौरान पकड़ा है, जिसमें कई ऐलोपैथी तथा आयुष अस्पतालों ने करोड़ों रुपए के फर्जी क्लेम करके योजना का भुगतान ले लिया। ऐसे अस्पतालों पर वित्त विभाग के द्वारा निलंबन की कार्रवाई के साथ ही योजना से ही बाहर करने का कदम उठा लिया गया है।
जांच में लेंगे एआई तकनीक की मदद
राजस्थान सरकार में शासन सचिव वित्त विभाग (व्यय) नवीन जैन ने विभाग द्वारा उठाए गए कदमों की जानकारी दी है। उन्होंने बताया कि सरकारी कर्मचारियों के कल्याण के लिए बनाई गई योजना में अनियमितता तथा दुरुपयोग को रोकने अब आधुनिक एआई तकनीक की मदद ली जाएगी। विशेषज्ञों के द्वारा क्लेमों का विश्लेषण किया जाएगा। हालांकि कैशलेस योजना होने के कारण तकनीकी पारदर्शिता लाने के लिए उतनी ही आवश्यक है, जितनी कि सतर्कता। उन्होंने कहा कि अब तक हुई कार्रवाई में कुछ प्रकरणों में एफआईआर भी की जा चुकी है, तो 2 दर्जन से अधिक ऐसे अस्पतालों को योजना से बाहर कर दिया है।
वित्त विभाग ने उठाया बड़ा कदम
वित्त विभाग सचिव नवीन जैन की ओर से दी गई जानकारी के अनुसार इस महत्वाकांक्षी योजना को पूरी तरह फर्जीवाड़ा रहित बनाने की दिशा में काम शुरू कर दिया गया है। इसके लिए विभाग ने कुछ निर्देश जारी किए हैं, जिसमें सबसे पहले अब लाभार्थी का बायोमेट्रिक सत्यापन के साथ ही आउटडोर पर्ची पर लाभार्थी का नाम, डॉक्टर के हस्ताक्षर तथा आरएमसी नंबर को सुनिश्चित करने के कड़े निर्देश जारी किए गए हैं। इससे फर्जी पर्चियों के आधार दवाओं के वितरण पर अंकुश लगेगा। सचिव के अनुसार योजना में सुधार और उसे अधिक प्रभावी बनाने की दिशा में काम किया जा रहा है।
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