Teacher Promotion: 5 साल के लंबे इंतजार के बाद आखिरकार राजस्थान में 20 हजार से ज्यादा तृतीय श्रेणी शिक्षकों को पदोन्नत किया जाएगा। दरअसल राज्य सरकार ने सर्वोच्च न्यायालय में दायर विशेष अनुमति याचिका को वापस लेने का निर्णय ले लिया है। इस निर्णय के बाद से शिक्षकों की पदोन्नति में देरी करने वाली प्रमुख कानूनी बाधा अब हट जाएगी। सरकार के इस कदम के बाद से हजारों शिक्षकों को राहत मिलेगी और राज्य में रोजगार के नए अवसर भी पैदा होंगे।
खुलेंगे नए द्वार
ग्रेड थर्ड शिक्षकों की वरिष्ठ शिक्षक पदों पर पदोन्नति प्रक्रिया कानूनी बाधा की वजह से कई वर्षों से अटकी पड़ी थी। एसएलपी के वापस ले जाने के बाद से अब 20000 से अधिक तृतीय श्रेणी के शिक्षकों के लिए वरिष्ठ शिक्षक पदों पर जाने का रास्ता बन गया है। इसके बाद नई भर्ती के लिए भी रिक्तियां बनेगी। कहने का अर्थ यह है कि जैसे-जैसे शिक्षकों की पदोन्नति होगी वैसे-वैसे तृतीय श्रेणी के बराबर पद खुलेंगे। शिक्षा सचिव कृष्ण कुणाल के मुताबिक सरकार द्वारा इस नीति में बदलाव का उद्देश्य स्कूलों में अधिक संरक्षित स्टाफिंग पैटर्न को लागू करना है। इस कदम के बाद से राजस्थान में शिक्षा प्रणाली काफी संरचनात्मक रूप से बदल जाएगी।
हजारों पद अभी भी खाली
राज्य के लोक सेवा आयोग द्वारा वर्तमान में 2129 वरिष्ठ शिक्षक पदों और 2202 व्याख्याता पदों के लिए भर्ती जारी है। वरिष्ठ शिक्षकों के लिए 109542 पदों में से 37239 पद खाली हैं। ठीक इसी तरह स्कूल व्याख्याता के लिए 57194 में से 18651 पद खाली हैं।
आरएएस 2023 का चौथा चरण शुरू
आरएएस के लिए इंटरव्यू का चौथा चरण शुरू हो गया है और यह 13 जून तक जारी रहेगा। आपको बता दें कि उम्मीदवारों को अपने आवेदन पत्र के साथ सभी जरूरी दस्तावेज के दो सेट लाने होंगे।
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