PKC-ERCP Rajasthan: लंबे समय से प्रतीक्षित पार्वती कालीसिंध चंबल पूर्वी राजस्थान नहर परियोजना आखिरकार शुरू होने जा रही है। यह परियोजना राजस्थान के पूर्वी क्षेत्र में पेयजल की कमी से राहत दिलाने के लिए तैयार है। इसकी शुरुआत के लिए अलवर जिले में प्रमुख गतिविधियां शुरू हुई हैं।
अलवर में समर्पित कार्यालय स्थापित
इस परियोजना में तेजी लाने के लिए राजस्थान सरकार ने अलवर में ईआरसीपी के लिए एक कार्यालय को स्थापित किया है। इसी के साथ एक अधिशासी अभियंता और एक सहायक अभियंता की तैनाती पहले से ही की जा चुकी है।
टेंडर हुआ जारी
जल संसाधन विभाग द्वारा परियोजना के तहत 3491 करोड रुपए का टेंडर जारी कर दिया गया है। हालांकि कार्य आदेश अभी जारी नहीं किया गया है। आपको बता दें कि इसके निर्माण की समय सीमा 4 वर्ष तय की गई है।
अलवर और उसके आसपास के क्षेत्रों को मिलेगा फायदा
सभी जानते हैं कि राजस्थान के कई इलाकों में पानी की अच्छी खासी कमी है। अलवर के लोगों के लिए जहां पानी की गंभीर कमी का सामना करना पड़ता है। जैसे ही यह योजना पूरी हो जाती है, नहर साल भर पीने के पानी की लगातार आपूर्ति प्रदान करेगी। सिर्फ अलवर ही नहीं बल्कि इस योजना का उद्देश्य पूर्वी राजस्थान के 21 जिलों को पानी उपलब्ध कराना है।
क्या है यह परियोजना
पीकेसी ईआरसीपी राजस्थान के लिए इतिहास की सबसे महत्वाकांक्षी नदी जोड़ो परियोजना साबित होगी। इस योजना के जरिए राज्य के जल संकटग्रस्त क्षेत्रों में पानी का दोबारा से वितरण करने के लिए तीन प्रमुख नदियां पार्वती, काली सिंध और चंबल को जोड़ा जाएगा। पूर्वी राजस्थान नहर परियोजना के रूप में परिकल्पित सहायक नदी प्रणालियों को एक साथ जोड़ने के बाद इसका नाम बदल दिया गया है।
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