Fennel Tea Benefits: भारत में यूनानियों ने सौंफ की चाय बहुत ज्यादा पी जाती थी। इस चाय का सेवन दवा के रूप में भी किया जाता था। बरसात में नमी और सीलन हो जाने के कारण संक्रमण का खतरा बहुत अधिक बढ़ जाता है। इसलिए बरसात में अपनी सेहत का ध्यान रखा जाना बहुत आवश्यक हो जाता है। सौंफ की चाय जायकेदार भी होती है और स्वास्थ्य के लिए फायदेमंद भी। जिन लोगों की पाचन क्रिया कमजोर है या गैस की समस्या है, उन्हें यह चाय जरूर पी लेनी चाहिए।
सौंफ की चाय के फायदे
1. सौंफ की हर्बल चाय मूत्र प्रवाह को बेहतर करती है। साथ ही पीलिया जैसे गंभीर रोग में उपयोगी होती है। सौंफ की चाय से गुर्दे की पथरी को भी रोका जा सकता है।
2. बरसात के समय सर्दी, खांसी, जुकाम और गले में खराश के लिए सौंफ की चाय बहुत ही लाभदायक होती है। सौंफ में गले से कफ को साफ करने के गुण भी होते हैं। सौंफ की गर्म चाय बलगम को पतला करके गले को आराम देने का कार्य करती है।
3. अक्सर मानसून के समय व्यक्ति का मन बहुत ही सुस्त हो जाता है या शरीर में थकान भर जाती है। सौंफ के पोषक तत्व चिंता को कम करने और मन को शांत करने का कार्य भी करते हैं।जिससे रात के समय नींद अच्छी आती है।
4. अस्थमा के मरीजों के लिए सौंफ की चाय रामबाण सिद्ध होती है। हाइपरटेंशन और सांस की समस्याओं के लिए सौंफ बहुत ही फायदेमंद साबित होती है।
5. अक्सर देखा देखा गया है कि डॉक्टर माताओं को दूध बढ़ाने के लिए भी सौंफ का सेवन करने की सलाह देते हैं। ब्रेस्ट में दर्द या संक्रमण के लिए सौंफ की चाय बहुत ही गुणवान होती है।
6. अगर किसी का मसूड़ा सूज गया हो या सांस लेते-छोड़ते समय बदबू आ रही तो, उसे सौंफ की चाय जरूर पीनी चाहिए।
7. सौंफ की चाय जोड़ो में दर्द या गठिया बाय के मरीजों के लिए बहुत ही फायदेमंद होती है।
8. सौंफ की चाय शरीर में पानी की कमी को दूर करने के लिए भी मददगार होती है। साथ ही कई लोग इसका सेवन वजन घटाने के लिए भी करते हैं।
आखिर कैसे बनती है सौंफ की चाय
एक चम्मच सौंफ लेकर उसे अच्छे से कूटकर बारीक कर लें। अब एक कप पानी को उबालें। पानी के अच्छे से गर्म हो जाने के बाद, बारीक सौंफ को उबलते हुए पानी में छोड़ दें। अब इस पानी को 10 से 12 मिनट तक उबालें। उबालने के बाद चाय को छलनी की मदद से छान लें। अगर आप चाहे तो, इस चाय में शहद या नींबू का रस भी मिला सकते है। अब हमारी चाय यहां बनकर तैयार हो जाती है।
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