Education News: अजमेर के महिला इंजीनियरिंग कॉलेज में अब छात्राओं को एमबीए समेत तीन कोर्स की पढ़ाई की सुविधा भी दी जाएगी। इससे शहर की छात्राओं को एमबीए करने के लिए जिले से बाहर नहीं जाना पड़ेगा। राजकीय महिला इंजीनियरिंग कॉलेज में इस साल से नए कोर्स शुरू करने की स्वीकृति मिल गई है।
कॉलेज प्रिंसिपल डॉ. प्रकृति त्रिवेदी ने जानकारी दी कि भजनलाल सरकार की ओर से एमबीए कोर्स शुरू करने की स्वीकृति मिल चुकी है। राजकीय महिला इंजीनियरिंग कॉलेज के बाद अब एआईसीटीयू से पत्र व्यवहार का कार्य किया जा रहा है। उन्होंने बताया कि जुलाई के पहले सप्ताह तक इसे पूरा कर लिया जाएगा और कोर्स में एडमिशन शुरू कर दिए जाएगें। जानकारी के लिए बता दें कि पहले फेस में तीस सीटों पर दाखिला किया जाएगा।
स्पेशलाइजेशन कराने की हो रही है तैयारी
डॉ. प्रकृति त्रिवेदी ने जानकारी दी कि जुलाई से एमबीए प्रोग्राम शुरू होने के बाद शहर की बच्चियों को कोर्स के लिए कहीं और नहीं जाना पड़ेगा। साथ ही कॉलेज की ओर से प्रयास किए जा रहे हैं कि छात्राओं को एमबीए स्पेशलाइजेशन इन आईटी के साथ साथ स्पेशलाइजेशन इन टेक्निकल फील्ड की भी तैयारी कराई जाएं इससे छात्राओं को आगे करियर में मदद मिलेगी। आज के समय में इंजीनियरिंग छात्राओं को एमबीए भी जरूरी है।
एमबीए के अलावा इन कोर्स को भी मिली मंजूरी
एमबीए के साथ साथ कॉलेज में कंप्यूटर साइंस इंजीनियरिंग और साइबर सिक्योरिटी कोर्स को भी मंजूरी दी गई है। कंप्यूटर साइंस इंजीनियरिंग की तीस सीटों पर जल्द एडमिशन शुरू किए जाएंगें। डॉ. प्रकृति ने कहा कि इन कोर्स की अंतिम स्वीकृति एआईसीटीयू से मिलने वाली है। नए सत्र से एडमिशन की प्रक्रिया शुरू कर दी जाएगी।
एमबीए कोर्स शुरू करने के पीछे का कारण
डॉ. प्रकृति त्रिवेदी ने बताया कि आज इंजीनियरिंग के साथ साथ जॉब में मैनेजमेंट का आस्पेक्ट इन्वॉल्व होता है। इंजीनियरिंग के बाद मैनेजमेंट की डिग्री छात्राओं को हायर लेवल पर पहुंचने में मदद करेगी। मैनेजमेंट स्किल किसी भी कार्य में काफी जरूरी होती हैं। इससे छात्राओं को कैरियर राइज करने में प्राथमिकता मिलेगी।