rajasthanone Logo
Chokhi Dhani Jaipur : चोखी ढाणी रिसॉर्ट में पाएं राजस्थानी संस्कृति, स्वाद और शाही अंदाज का अनोखा संगम।

Jaipur Chokhi Dhani : राजस्थानी शाही ठाठ का असली आनंद लेना हो, तो एक बार चोखी ढाणी रिसॉर्ट जरूर घूम आइए।पारंपरिक शाही अंदाज़ में आपका स्वागत होता है। जब आप चोखी ढाणी रिजॉर्ट पहुंचते हैं। चोखी ढाणी का अर्थ ही है – राजस्थान की संस्कृति। चोखी ढाणी राजस्थान की राजधानी जयपुर से टोंक रोड पर करीब बीस किलोमीटर दूरी पर स्थित है। चोखी ढाणी खासतौर से राजस्थान घूमने आए पर्यटकों के लिहाज से बनाया गया स्थान है। जहां आप पारंपरिक राजस्थानी शैली के व्यंजन का भी पूरा लुत्फ उठा सकते हैं। 

करीब 10 एकड़ भूमि पर फैला चोखी ढाणी गांव सन् 1989 में पर्यटकों को राजस्थान की सांस्कृतिक थाली से रूबरू कराने के उद्देश्य से बनाया-बनाया गया। जो आज पूरी दुनिया में जाना जाता है, और राजस्थान घूमने आए पर्यटकों की पसंदीदा जगहों में से एक है। तो आइए आज हम बात करते हैं, कि राजस्थान के चोखी ढाणी में खास आकर्षण क्या-क्या हैं..

चोखी ढाणी में राजस्थानी कलाकारों द्वारा होने वाले नाटक और ‘शोज़’ 

यहां महाराणा प्रताप और मानसिंह के नेतृत्व में अकबरी सेना के बीच हुआ विश्व प्रसिद्ध हल्दीघाटी के युद्ध का मंचन अत्यंत रोचक और दर्शनीय होता है। यह किसी को भी देशप्रेम में भावविभोर कर देने के लिए काफी होता है। इसलिए चोखी ढाणी आने वाले पर्यटक शायद ही इस मौके को कभी चलाते हो!

इसके अलावा यहां पर राजस्थानी कलाकारों द्वारा प्रस्तुत घूमर, चली व कालबेलिया जैसे नृत्य, बांस की कलाबाजियां, कठपुतली, जादू के प्रदर्शन के अलावा बाइस्कोप में राजस्थान का गौरवशाली इतिहास देखना भी काफी मजेदार अनुभव होता है।

चोखी ढाणी का नैशनल म्यूजियम

चोखी ढाणी में एक राष्ट्रीय संग्रहालय भी मौजूद है, जहां कश्मीर से कन्याकुमारी तक पूरे भारत की सांस्कृतिक विरासत की झलकियां देखी जा सकती हैं। यहां भारत के साथ ही पूरे राजस्थान की छवि-गैलरी भी देखने को मिलती है। इसलिए यह राष्ट्रीय संग्रहालय चोखी ढाणी आने वाले लोगों के लिए विशेष आकर्षण का केंद्र बना हुआ है।

चोखी ढाणी के मंदिर 

चोखी ढाणी में एक सुंदर मंदिर स्थित है। जो मां वैष्णो देवी मंदिर है। मंदिर की सुंदरता देखते ही बनती है। इसके अलावा यहां तेजाजी मंदिर, गणेश मंदिर,बालाजी मंदिर आदि दर्शनीय स्थल मौजूद हैं। 

इन सभी चीजों के अतिरिक्त चोखी ढाणी में एक रथखाना भी है, जहां प्राचीन राजपूत घरानों के रथों को देख सकते हैं। चोखी ढाणी में साहसिक पर्यटन के लिए आप हाथी, घोड़े अथवा ऊंट या फिर बैलगाड़ी पर भी सवारी कर सकते हैं। यहां जलीय स्थानों पर विहार के लिए नाव की सुविधा भी उपलब्ध है। साथ ही, यहां आने वाले पर्यटक स्थानीय निवासियों द्वारा निर्मित हस्तशिल्प की लाज़वाब चीजें भी खरीद सकते हैं। इसलिए अगर आप भी राजस्थान के पारंपरिक अंदाज़ को फिर से एक जीवंत रूप में महसूस करना चाहते हैं, तो चोखी ढाणी आपके स्वागत को तैयार है।

ये भी पढ़ें...Leopard Safari Amagarh: टाइगर, हाथी और ऊंट, एक ही जगह पर सब कुछ मिलेगा... जयपुर में वन्यजीव प्रेमियों के लिए जन्नत

 

5379487