Rajasthan Mandir: राजस्थान के फलोदी शहर में स्थित लटियाल माता का मंदिर भक्तों की आस्था का प्रमुख केंद्र माना जाता है। लोगों का विश्वास का है कि माता का शहर के लोगों और उनके भक्तों पर असीम कृपा है। माता अपने श्रद्धालुओं को किसी भी प्रकार की प्राकृतिक आपदाओं से सुरक्षित रखती हैं।
मंदिर से जुड़ा इतिहास
पौराणिक कथा के अनुसार पाकिस्तान के सिंध राज्य में स्थित आसाणी कोट के राजा का आतंक शहर में लगातार बढ़ता जा रहा था, जिसके बाद पुष्करणा नामक ब्राह्मण के सपने में माता ने कहा कि इस राजा का पापों का घड़ा अब भर चुका है, इसका जल्द अंत हो जाएगा।
माता ने कहा कि हम यहां से चले जाएंगे और यहां भी हमारा रथ रुकेगा, वहीं हमारे मंदिर की स्थापना की जाएगी। माता ने जैसा कहा ब्राह्मण ने वैसा ही किया और एक खेजड़ी के पेड़ के पास जाकर रख की पहिया रूक गया और आज इसी स्थान पर माता का मंदिर बना हुआ है।
जुड़ी मान्यताएं
लटियाल माता मंदिर के बारे में मान्यता है कि यह मंदिर सदियों से शहरवासियों की रक्षा कर रहा है। वहीं सालों पूराने खेजड़ी के वृक्ष के बारे में बताया जाता है कि इस पेड़ की छाल को नाखून से उतारकर अपने घर ले जाने से सुख, शांति और समृद्धि बनी रहती है।
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पांच सौ से अधिक सालों से यहां माता की अखंड ज्योत प्रज्वलित हो रही है। माना जाता है कि मंदिर के पहले पुजारी के निधन के बाद माता ने पूरे शहर में केसर की बारिश की थी, स्थानीय लोगों का कहना हैं कि यह कोई बनावटी बात नहीं है बल्कि यह माता का चमत्कार ही था।
युद्ध की स्थिति में भी निडर रहते हैं लोग
खास बात यह है कि इस गांव में किसी युद्ध की स्थिति में भी लोग निडर रहते हैं। बताया जाता है कि एक बार युद्ध के दौरान यहां कई बम गिरे थे, लेकिन एक भी नहीं फटा था। भक्तों का कहना है कि माता हमेशा शहर की रक्षा करती हैं।