Rajasthan Roadways: राज्य सरकार की तरफ से सड़क परिवहन प्रणाली को डिजिटल और पारदर्शी बनाने के लिए एक नया कदम उठाया गया है। राजस्थान रोडवेज अब अपनी नई बीएस-6 बसों में आधुनिक तकनीक का उपयोग करेगी। इससे यात्रियों को बेहतर सुविधा और संचालक सदस्य व्यवस्था मिलेगी। वहीं बीएस-6 मॉडल की बसों में डबल सिम वाली हाईटेक कंट्रोल यूनिट लगने से बस की हर छोटी बड़ी जानकारी रियल टाइम में मिल सकेगी। इन सीमाओं के माध्यम से कंप्यूटर पर बैठकर कहीं से भी संबंधित रोडवेज डिपो के अलावा परिवहन मंत्रालय नई दिल्ली के अधिकारी बेसन के पॉल्यूशन की ऑनलाइन जांच कर सकेंगे।
S6 मॉडल की बसों में खास प्रकार का मोबाइल डिवाइस लगाया गया
वहीं इस समय बस की क्या स्थिति है, कौन सी बस कितना प्रदूषण फैला रही है, साथ ही इन बस को कब-कब सर्विस करवाया गया है, यह सब जानकारी प्राप्त कर सकेंगे। वहीं पुरानी बीएस-5 मॉडल की बसों में सिर्फ लैपटॉप से बसों को देखने की सुविधा थी, लेकिन अब नए भी S6 मॉडल की बसों में खास प्रकार का मोबाइल डिवाइस लगाया गया है जो ब्लू ब्लूटूथ से भी कनेक्ट हो जाएगा। इसके लिए जांच कर सकेंगे की पॉल्यूशन की गाड़ी में क्या स्थिति है। वहीं इसे बस का डायग्नोस्टिक टूल भी कहा जाता है।
यह भी पढ़ें- Railway Latest Update: जोधपुर–साबरमती वंदे भारत नहीं चलेगी कल, रेलवे ने बताई वजह
जीपीएस की तरह ही काम करेगी
ऐसे में रोडवेज अधिकारियों ने बताया कि बीएस-6 मॉडल की बसों में लोकेशन,पॉल्यूशन, इंजन की स्थिति, माइलेज, रूट और बस की स्पीड तक की रिपोर्ट कंट्रोल रूम में पहुंचती रहेगी। यह फैसिलिटी जीपीएस की तरह ही काम करेगी। जिसमें ड्राइवर द्वारा बस की गलत गति ब्रेकिंग सिस्टम या तकनीकी खराबी की जानकारी तुरंत प्राप्त हो सकेगी। इससे यात्रियों को बेहतर सुविधा तो मिलेगी साथ ही दुर्घटनाओं पर भी नियंत्रण रखने में मदद मिलेगी।
यह सिस्टम यात्रियों के लिए लाभदायक होगा
ऐसे में माना जा रहा है कि यह सिस्टम यात्रियों के लिए लाभदायक होगा क्योंकि अब बस की पूरी जानकारी ऑनलाइन देखी जा सकेगी। साथ ही बताया जा रहा है कि आने वाले समय में राजस्थान के बाकी बसों में भी इस तरह की तकनीक को बढ़ाया जा सकता है।










