Development Authority News: राज्य सरकार द्वारा घोषणा की गई है कि जयपुर विकास प्राधिकरण का दायरा पहले से कई ज्यादा बड़ा हो गया है। जहां पहले जेडीए में 3000 किलोमीटर क्षेत्र आता था। वह अब बढ़कर 7000 किलोमीटर हो गया है, जिसमें अब 17 तहसील और 4 नगर पालिकाओं के कुल 693 राजस्व शामिल हैं। पहले जेडीए में 725 गांव आते थे जो कि बढ़कर अब 1418 गांव हो गए हैं।
एरिया 3000 वर्ग किलोमीटर से बढ़कर 7000 वर्ग किलोमीटर हुआ
आपको बता दें कि जेडीए में पदों के हिसाब से स्ट्रक्चर बदलने के बाद राज्य सरकार ने दूर-दूर तक बड़ा दिया है। नए मास्टर प्लान के मुताबिक डेवलपमेंट करने के लिए एरिया 3000 वर्ग किलोमीटर से बढ़कर 7000 वर्ग किलोमीटर कर दिया गया है। राज्य सरकार के अधिसूचना के मुताबिक 17 तहसील कर नगर पालिकाओं के 693 राजस्थान और जेडीए रीजन के दायरे में आएंगे। आपको बता दें विराटनगर, दूदू, फागी, शाहपुरा, जामवारामगढ़, चाकसू, बस्सी, जोबनेर, माधोराजपुरा, कोटखावदा, शाहपुरा, फुलेरा, आंधी मौजमाबाद तहसील के इन गांवों को विकसिक करने के लिए जेडीएम के लिए नियम जरूरी हैं। वहीं आपको बता दें कि इन इलाकों के अलावा शाहपुर, नगर पालिका, जोबनेर, सांगानेर और चाकसू नगर पालिका के 57 गांव को जेडीए में शामिल कर लिया गया है।
नई योजनाओं को विकसित करने में मिलेगी मदद
रीटा चीफ टाउन प्लानर एचएस संचेती के मुताबिक एरिया 3 से 7000 वर्गकिमी तक बढ़ने से राजस्व गांवों की सरकारी जमीनें जेडीए का अधिकार रहेगा। इससे लैंड बैंक बढ़ेगा और नई योजनाओं को विकसित करने में मदद मिलेगी। इसके साथ ही टाउनशिप, संस्थानिक, कमर्शियल, हाइटेक सिटी की प्लानिंग भी हो सकेगी। आपकी जानकारी के लिए बता दें कि सरकार ने हाल ही में जेडीए में 500 पद बढ़कर 2579 किए हैं। रीजन बढ़ने के साथ ही 7000 वर्ग किलोमीटर एरिया को चार रीजन में बांटकर एडिशनल कमिश्नर मॉनिटर करेंगे।
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ऐसे में सभी नए क्षेत्रों में विकास की प्लानिंग अच्छी तरीके से हो सकेगी। साथ ही जमीन के दामों पर भी नियंत्रण होगा। आपको बता दें कि कॉलोनी और योजनाओं का विकास जेडीए के नियमों से ही होगा। अब और भी ज्यादा गांव व कस्बे JDA की निगरानी और प्लानिंग में आएंगे।