Rajasthan Farmer News: अलवर की प्रमुख सब्जी मंडी में प्याज किसानों की मुश्किलें लगातार बढ़ती जा रही हैं। वहीं बीते दिन बुधवार को मंडी में लगभग 70000 क्विंटल प्याज की आवक हुई, लेकिन ज्यादा मात्रा और कम मांग की वजह से किसानों को उचित दाम नहीं मिल पा रहे हैं। मंडी में प्याज का थोक भाव 200 से ₹600 प्रति मण रहा, जबकि पिछले साल प्याज का भाव 1600 से ₹2000 मण रहा था।
कम भाव मिलने से किसान काफी ज्यादा नाराज
इस साल प्याज का भाव कम भाव मिलने से किसान काफी ज्यादा नाराज हैं। वहीं किसानों का कहना है कि एक बीघा में प्याज की बुवाई पर तकरीबन ₹50000 का खर्चा आता है, जबकि आय 24000 रुपए ही हो रही है। एक बीघा में 4000 किलो प्याज होता है। औसत भाव 7 रुपए प्रति किलो भी माना जाए तो 28000 रुपए और खेत से मंडी तक प्याज ले जाने का भाड़ा, कटाई की राशि, लोडिंग-अनलोडिंग खर्चा ₹4000 का होता है। ऐसे ऐसे में किसानों को केवल 24000 रुपए ही मिलते हैं।
किसानों को मुनाफा आधा भी नहीं मिल रहा
ऐसे में किसानों को मुनाफा आधा भी नहीं मिल रहा है। जिससे किसानों की आर्थिक स्थिति पर सीधा असर पड़ रहा है। किसानों का कहना है कि माल तैयार होने में समय के साथ मेहनत भी लगती है। जब फसल बिकने आई है तो कीमतें उम्मीद के अनुरूप नहीं होती हैं।
किसानों को काफी मशक्कत का सामना करना पड़ रहा
ऐसे में किसानों को काफी मशक्कत का सामना करना पड़ता है। वही किसान उम्मीद कर रहे हैं कि आने वाले दिनों में बाजार सुधार होगा और उन्हें मेहनत का उचित मूल्य मिल सकेगा।









