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Rajasthan: जयपुर में 84 वर्षीय मां ने अपनी बेटी को नई जिदगी देने के लिए किडनी दान कर इतिहास रच दिया, यह मिसाल मातृत्व और बलिदान की अनूठी कहानी है।

Rajasthan: मां दुनिया का वो खूबसूरत हिस्सा है, जो सबके पास है। मां अपनी ममता और करुणा के लिए जानी जाती है। पूरी दुनिया में मां ही एक ऐसी होती है, जिस पर हम आंख बंद करके भरोसा कर सकते हैं। क्योंकि मां ही एक बच्चे को जन्म नहीं देती है, बल्कि एक बच्चा भी एक औरत को मां बनाता है। जो मां जन्म बच्चे को जन्म देने के साथ उसके अधिकारों के लिए भी लड़ जाती है। साथ ही वह उसकी रक्षा करने के लिए अपना जीवन भी दांव पर लगा देती है।

ममता की मिसाल बुद्दो देवी

मां की ममता की मिसाल देती हुई जयपुर में एक 84 साल की मां ने अपनी बेटी को दूसरा जन्म दिया और वो भी अपना शरीर का अंग देकर। बता दें कि भरतपुर की रहने वाली 85 वर्षीय बुजुर्ग महिला बुद्दो देवी ने अपनी बेटी गुड्डी देवी को किडनी डोनेट करके उसे एक नई जिंदगी प्रदान की है।

गुड्डी देवी, जिसकी आयु 50 वर्ष है, को क्रॉनिक किडनी डिजीज थी। जिसकी वजह से उसे अस्पताल के चक्कर लगाने पड़ते थे, इसके चक्कर लगाते समय वो अंदर से टूट चुकी थी। कहते हैं ना जब हर जगह से अंधेरा छा जाए तो उम्मीद की एक किरण भी किसी हारे हुए व्यक्ति के लिए काफी है।

85 की आयु में किया किडनी डोनेट

गुड्डो देवी के लिए जब डॉक्टर किडनी डोनर ढूंढ रहे थे, तब किसी ने सोचा भी नहीं था कि बेटी को इस दुनिया में लाने वाली मां ने अपनी बेटी की जान बचाने के लिए अपनी खुद की किडनी 85 की आयु में डोनेट की है। इन्होंने खुद डॉक्टर को अपनी बेटी की जान बचाने के लिए अपनी किडनी दिए जाने की बात कही थी।

60 साल की आयु के बाद किसी भी व्यक्ति के द्वारा अपने अंग का दान करना जोखिम भरा माना जाता है। लेकिन बुद्दो देवी ने इस आयु में अपनी मजबूत मानसिक स्थिति और शारीरिक स्वास्थ्य से अपनी बेटी को नया जन्म दे दिया।

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