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Battlefield Of Maharana Pratap Singh: आज हम आपको बताने जा रहे हैं महाराणा प्रताप सिंह की युद्ध भूमि के बारे में जिसका नाम है हल्दीघाटी। आईए जानते हैं क्या था यहां का इतिहास।

Battlefield Of Maharana Pratap Singh:  राजस्थान अपने शानदार इतिहास के लिए दुनिया भर में मशहूर है। आज हम बात करने जा रहे हैं यहां की एक ऐसी जगह की जो भारत के वीरतापूर्ण इतिहास में एक खास जगह रखती है। जी हां हम बात कर रहे हैं हल्दीघाटी की। महाराणा प्रताप सिंह की युद्ध भूमि, हल्दीघाटी, वही जगह है जहां महाराणा प्रताप ने अकबर की मुगल सेना के साथ युद्ध किया था। आईए जानते हैं यहां से जुड़ी हुई कुछ मुख्य बातें।

क्या है हल्दीघाटी का इतिहास 

दरअसल हल्दीघाटी में महाराणा प्रताप सिंह का अकबर की सेन के साथ युद्ध हुआ था। यह युद्ध 1576 में हुआ था। हल्दीघाटी का मतलब है हल्दी की घाटी। इसका यह नाम इसलिए रखा गया है क्योंकि यहां की मिट्टी पीले रंग की है।  बरसात के मौसम में यहां पर हरियाली हो जाती है जो और भी खूबसूरत लगती है। यहां पर महाराणा प्रताप के वफादार घोड़े चेतक का एक स्मारक भी है। क्योंकि चेतक ने युद्ध में वीरतापूर्ण भूमिका निभाई थी और अपनी जान की परवाह किए बगैर महाराणा प्रताप की जान बचाई थी।

कैसे पहुंचे 

हल्दीघाटी जाने का सबसे अच्छा तरीका उदयपुर से है। आप उदयपुर के लिए ट्रेन पकड़े और उसके बाद एक स्थानीय बस लेकर हल्दीघाटी जा सकते हैं। यहां आप कुछ ही घंटे में पहुंच सकते हैं। अगर आपको थोड़ा सा और रोमांच करना है तो आप उदयपुर से स्कूटी भी किराए पर ले सकते हैं। 

हल्दीघाटी घूमने के लिए कुछ अन्य सुझाव 

आप जानती है राजस्थान में गर्मी काफी भयंकर तरीके से पड़ती है। इसीलिए कोशिश करें कि आप यहां सर्दियों के समय आए। अगर आप स्कूटी या बाइक से यात्रा कर रहे हैं तो अंधेरा होने से पहले वापस लौटना सही रहेगा। हल्दीघाटी में रहने के लिए विकल्प थोड़े सीमित है। इसीलिए आप उदयपुर में ही कोई अच्छा सा होटल या गेस्ट हाउस देखकर वहीं पर स्टे करें।

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