Renewable Energy: राजस्थान अक्षय ऊर्जा के उत्पादन में देश का नंबर उत्पादक राज्य बन गया है, उसने इस प्रतिस्पर्धा में गुजरात को पीछे छोड़कर फिर से शीर्ष उत्पादक राज्य बनने का गौरव प्राप्त किया है। राजस्थान ने यह उपलब्धि जोधपुर के भड़ला में विश्व का सबसे बड़ा सौर ऊर्जा पार्क बनाकर प्राप्त की है। भारत सरकार के नवीन एवं नवीकरणीय ऊर्जा मंत्रालय के द्वारा इस वर्ष जून 2025 में जारी की गई एक रिपोर्ट के आधार पर राजस्थान ने 37818 मेगावाट अक्षय ऊर्जा का उत्पादन कर पहला स्थान हासिल किया है, वहीं गुजरात 37494 मेगावाट अक्षय ऊर्जा का उत्पादन कर प्रतिस्पर्धा में पीछे छूट गया।
बनाया विश्व का सबसे बड़ा सौर ऊर्जा पार्क
राजस्थान ने जोधपुर में 2245 मेगावाट क्षमता का विश्व का सबसे बड़ा भाड़ला सौर ऊर्जा पार्क स्थापित किया है। वहीं इससे भी बड़ी 2250 मेगावाट क्षमता की परियोजना बीकानेर में पूगल सोलर पार्क के नाम से निर्माण तेजी से चल रहा है, इसके अलावा 1500 मेगावाट क्षमता की फतेहगढ़ फेज 1 बी, जैसलमेर में नोखा सोलर पार्क (925 मेगावाट) क्षमता का तथा फलौदी में पोकरण सोलर पार्क (750 मेगावाट) क्षमता की परियोजनाओं का काम जारी है।
जानें राजस्थान की वर्तमान अक्षय ऊर्जा क्षमता
बता दें जिस प्रकार राजस्थान अपनी भौगोलिक स्थिति का प्राकृतिक रूप से उपलब्ध संसाधनों के दम पर अक्षय ऊर्जा उत्पादन पर आगे बढ़ रहा है, उसने राज्य की कुल स्थापित विद्युत क्षमता का 20.3 प्रतिशत भाग अक्षय ऊर्जा से तथा शेष 79.7 प्रतिशत विद्युत क्षमता का उत्पादन प्राकृतिक स्रोतों से प्राप्त कर लिया है। तो ऐसा अनुमान लगाया जा रहा है कि आने वाले वर्षों में विद्युत ऊर्जा उत्पादन में नवीकरणीय ऊर्जा का योगदान काफी बढ़ जाएगा। आंकड़ों के अनुसार राजस्थान जहां 31967 मेगावाट क्षमता के साथ सौर ऊर्जा उत्पादन में प्रथम है तो पवन ऊर्जा के क्षेत्र में 5028 मेगावाट क्षमता उत्पादन के साथ देश में 5वें स्थान पर है।