Rajasthan Health Care: चिकित्सा विभाग द्वारा गंभीर और असाध्य रोगों से पीड़ित रोगियों को अब घर पर ही उपचार दिया जाएगा। आपको बता दें कि इसके लिए एक नई पहल शुरू की गई है। नई योजना के तहत अब मोबाइल स्वास्थ्य इकाइयों को स्थापित किया जाएगा। यह इकाइयां उन रोगियों के घरों तक सीधे चिकित्सा सेवाएं पहुंचाएंगी जो अपने स्वास्थ्य समस्याओं की वजह से अस्पताल में नहीं जा सकते।
अस्पताल ना जा पाने वाले रोगियों को प्राथमिकता
मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉक्टर छोटेलाल गुर्जर के मुताबिक इस योजना के तहत उन रोगियों को प्राथमिकता दी जाएगी जो बड़ी और गंभीर बीमारियों से पीड़ित है और अस्पताल भी नहीं पहुंच पा रहे। आपको बता दें यह पहल राष्ट्रीय प्रशामक देखभाल कार्यक्रम का एक हिस्सा है। इस पहल का उद्देश्य यह सुनिश्चित करना है कि कोई भी रोगी गतिशीलता संबंधी समस्याओं की वजह से जरूरी चिकित्सा सुविधा से वंचित न रह पाए।
पंजीकरण और रोगी पहचान
इस सेवा के लिए चिकित्सा विभाग द्वारा पात्र रोगियों की पहचान हेतु पंजीकरण शुरू हो चुका है। इस पंजीकरण के बाद रोगियों को महीने में दो बार प्रशामक देखभाल वाहिनी द्वारा देखा जाएगा। आपको बता दें कि यह इकाई जरूरी चिकित्सा उपकरणों से लैस होगी ताकि घर पर ही उपचार किया जा सके।
प्रशिक्षित चिकित्सा पेशेवरों की टीम
हर स्वास्थ्य इकाई में डॉक्टर, नर्सिंग स्टाफ और स्वास्थ्य कार्यकर्ता शामिल होंगे। सिर्फ इतना ही नहीं बल्कि यह पेशावर चिकित्सा देखभाल के साथ-साथ परिवार के सदस्यों को घर पर मरीज की प्रभावी देखभाल करने का प्रशिक्षण भी देंगे। यह सेवा मुख्य रूप से कैंसर, हृदय रोग, ब्रेन स्ट्रोक और गुर्दे की बीमारियों के साथ-साथ श्वसन संबंधी बीमारियों से पीड़ित मरीजों पर केंद्रित होगी।
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