Snoring Problem: खर्राटे लेना ही बहुत ही आम परेशानी है, लेकिन कभी-कभी यह समस्या गंभीर नींद से जुड़ी परेशानी का संकेत भी हो सकता है। खर्राटों को हमेशा नजर अंदाज नहीं करना चाहिए। एक्सपर्ट्स की मानें तो दुनिया में लगभग आधे लोग कभी न कभी खर्राटे लेते हैं और लगभग 25% लोग नियमित रूप से खर्राटे लेते हैं। वहीं खर्राटे महिलाओं की तुलना में पुरुष ज्यादा लेते हैं। आपको बता दें कि उम्र बढ़ने के साथ यह परेशानी और भी बढ़ सकती है।
जानें खर्राटों का कारण
एक्सपर्ट का कहना है कि सोते समय सांस की नली के टिशु ढीले हो जाते हैं और हवा का रास्ता संकरा हो जाता है जिससे सांस की नली थोड़ी सिकुड़ जाती है और गले के नरम हिस्से सांस लेते छोड़ते समय काफी आवाज करने लगते हैं। जिस वजह से खर्राटों की आवाज आती है। कई बार मोटापा भी खर्राटों का कारण होता है। आपकी जानकारी के लिए बता दें कि खर्राटों को हमेशा इग्नोर नहीं करना चाहिए। यह ध्यान लगाने में परेशानी, हाई ब्लड प्रेशर, स्ट्रोक का खतरा, रिश्तो में तनाव, कई बार स्लिप डाइवोर्स का भी कारण बनता है। खर्राटे लेने वाले के साथ सोने वाले 75% में से 11% लोग ही सो पाते हैं और 27 % रात भर जागते हैं और 25% लोगों को सोने में मुश्किल होती है।
अपनाएं ये उपाय
ऐसे में खर्राटों से निजात पाने के लिए आप सोने से पहले स्क्रीन और कैफीन से दूरी बनाएं। पीठ के बल सोने से बचें, करवट लेकर सोएं, रात को शराब का सेवन न करें, सोने से ठीक पहले हैवी डाइट न लें। अगर खर्राटे ज्यादा आते हैं तो आप नाक की स्ट्रिप्स का भी इस्तेमाल कर सकते हैं। साथ ही आप भुजा आसान और अनुलोम विलोम करने की आदत डालें।










