Bisalpur Dam Water Level : राजस्थान में जल संकट कोई नया मुद्दा नहीं है। राज्य की भौगोलिक स्थिति, कम वर्षा और बार-बार सूखा पड़ने की वजह से यहां पानी की समस्या लगातार बनी रहती है। प्रदेश के कई इलाकों में हर साल गर्मी के मौसम में पेयजल की भारी किल्लत देखी जाती है। गर्मी के मौसम में स्थिति बत्तर हो जाती है। आए दिन यहां गांवों और शहरों में पेयजल की भारी किल्लत देखने को मिलती है।
हालांकि, राज्य सरकार और जल संसाधन विभाग द्वारा बीते वर्षों में कई जल परियोजनाएं शुरू की गई हैं, जिनमें बीसलपुर बांध प्रमुख भूमिका निभा रहा है। जयपुर, अजमेर और टोंक जिलों के निवासियों के लिए राहत की खबर निकलर सामने आई है । बीसलपुर बांध का जलस्तर लगातार बढ़ रहा है और अब यह अपनी भराव क्षमता के बेहद करीब पहुंच गया है।
अब सिर्फ 60 सेमी दूर है बीसलपुर बांध अपनी पूरी क्षमता से
जयपुर, अजमेर और टोंक जिलों के लिए जल्द ही पेयजल संकट से राहत की उम्मीद बन गई है। बीसलपुर बांध में जलस्तर बढ़कर अब 314.90 आरएल मीटर तक पहुंच गया है, जिससे इन क्षेत्रों में पानी की उपलब्धता बेहतर होने की संभावना है। जो कि बांध की कुल भराव क्षमता 315.50 आरएल मीटर से सिर्फ 60 सेंटीमीटर कम है। इस समय बांध में कुल 34.500 टीएमसी पानी इकट्ठा हो चुका है। बीसलपुर बांध निर्माण 2004 में किया गया था।
जयपुर, अजमेर, टोंक को मिलेगी जल संकट से राहत
लगातार बारिश होने के चलते बीसलपुर बांध में पानी भरने लगा है। इसका जल स्तर तेजी से बढ़ रहा है। जिससे जयपुर, अजमेर, टोंक और आसपास के ग्रामीण क्षेत्रों में राहत की उम्मीद जाग गई है। टोंक,अजमेर और जयपुर जिलों के पानी का मुख्य स्रोत बीसलपुर बांध है। बीसलपुर बांध में जल भराव स्तर के बेहद गरीब पहुंच गया है। जिस कारण से यह प्रयास लगाया जा रहे हैं कि इन जिलों में आगामी दिनों में पानी की समस्याओं से जूझना नहीं पड़ेगा। इन जिलों के दूर दराज गांवों में भी पेयजल की आपूर्ति लगातार बनी रहेगी।
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