Rajasthani Racpie : जैसे ही ठंड का मौसम आता है, ग्रामीण रसोईयों में बथुए की कढ़ी की खुशबू फैलने लगती है। भरतपुर और आसपास के गांवों में यह पारंपरिक व्यंजन खासतौर पर सर्दियों में बनता है। इसका हल्का-सा तीखा स्वाद और पौष्टिक गुण लोगों को न केवल अच्छा लगता हैं, बल्कि इसे स्वास्थ्यवर्धक भी माना जाता है। सर्दियों में ताजे बथुए की उपलब्धता के कारण इसे खास अवसरों पर और रोजमर्रा के भोजन में तैयार किया जाता है। आइए जानते है बथुए की कढ़ी बनाने की विधि
सामग्री
बारीक कटा हुआ बथुआ, छोटे चम्मच सरसों के दान,बेसन, फेटे हुए दही, करी पत्ता, स्वादानुसार नमक,हल्दी पाउडर, चम्मच सरसों का तेल, लाल मिर्च पाउडर, एक चुटकी हींग, जीरा और सबूत लाल मिर्च
बथुए की कढ़ी बनाने की विधि
• बथुआ के बारीक काटकर धो ले और उसे उबाल ले, बेसन, नमक, दही और हल्दी को अच्छी तरह डालकर मिलाएं। पानी डालें और ठीक से फेंटें।
• कढ़ाई में तेल डालकर उसे गर्म करें और बथुआ को अच्छी तरह से फ्राई करें। फ्राई किए हुए बथुआ में दही और बेसन वाला घोल डालें।
• इसे 10 से 12 मिनट तक अच्छे से पकाएं। ताकि बेसन में बथुआ अच्छे तरीके से घुल जाए। बीच बीच में चलाते रहेगा नही तो कढ़ी नीचे से जल जायेगी।
• एक पैन या तड़का लगाने वाली बड़े चम्मच में तेल गर्म करें और उसमें राई डालें। इसे फूटने दो।
• जीरा, अदरक, हरी मिर्च, हींग और लाल मिर्च पाउडर डालें।
• तड़के को कढ़ी में डालें और अच्छी तरह मिलाएँ। स्वादिष्ट बथुआ की कढ़ी परोसने के लिए तैयार है।
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