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Alwar Famous Sweets: सावन में अलवर की घेवर मिठाई की डिमांड बढ़ जाती है। रबड़ी, मावा, पनीर और दूध घेवर की खुशबू पूरे शहर को महका देती है।

Best Sweets In Alwar: सावन आते ही राजस्थान के घरों में पकवानों की खुशबू फैल जाती है। ऐसे ही राजस्थान के अलवर जिला अपनी घेवर नामक मिठाई के लिए विशेष रूप से जाना जाता है। हरियाली तीज व रक्षा बंधन जैसे त्योहारों के कारण सावन में घेवर की मांग और बढ़ जाती है। अलवर में वैसे तो घेवर की कई वैरायटी मिलती है पर रबड़ी, मावा, पनीर और दूध वाला घेवर विशेष रूप से लोकप्रिय है। घेवर को राजस्थान में पूरी बरसात लोग खाते हैं

20 दिन पहले ही बाजार में बिकने लगते हैं घेवर

आपकी जानकारी के लिए बता दें कि मानसून शुरू होने के 20 दिन पहले ही घेवर मिठाई की दुकानों पर बिकने लगती है। इसकी खुशबू पूरे अलवर में महकती है। पूरे मानसून सीजन में मिठाईयों पर घेवर का वर्चस्व कायम रहता है।

घेवर की मुख्य वैरायटी

अलवर में घेवर की मुख्य रूप से चार वैरायटी बनती है, रबड़ी घेवर, मावा घेवर, पनीर घेवर व दूध घेवर। पनीर घेवर 400 रूपए, रबड़ी घेवर 360 रुपए और दूध घेवर 260 रुपए किलो मार्केट में बिक रहा है। वैसे तो इस समय घेवर की रोज की बिक्री ही बहुत ज्यादा है लेकिन त्योहारों के करीब आते ही इनकी मांग और बढ़ जाती है।

सबसे ज्यादा सावन में बिकती है घेवर की मिठाई

अलवर के मिठाई निर्माता बताते हैं कि सावन के हरियाली तीज त्यौहार के समय घेवर की मांग व बिक्री बहुत ज्यादा हो जाती है। इस मिठाई को तैयार करने के लिए प्रशिक्षित कारीगरों को रखा जाता है। डिस्क के आकार में तैयार की जाने वाली ये मिठाई मधुमक्खी के छत्ते की तरह दिखती है जिसका जायका बहुत जबरदस्त होता है। मानसून के सीजन में घेवर खरीदने के लिए अलवर की दुकानों पर लोगों की लाइन लगी रहती है।

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