Rajasthan Fort: सितारों का महल के नाम से प्रसिद्ध तारागढ़ किला राजस्थान और मुगल आर्किटेक्चर का अनोखा नमूना है। 1426 फीट ऊंचा यह किला राज्य के बूंदी शहर में स्थित है इसी कारण से इसे बूंदी का किला भी कहा जाता है। नीचे से इस किले को देखने पर यह आसमान के तारे जैसे दिखाई पड़ता है। युद्ध के दौरान इस किले से निकलने के लिए कई सुरंगों का निर्माण किया गया था। पहाड़ों के कई स्थानों पर इस सुरंगों के विभिन्न रास्ते दिखाई देते हैं।
आक्रमण से बचने के लिए किया था किले का निर्माण
जानकारी के लिए बता दें कि इस किले को संवत 1411 में वीर सिंह हाड़ा ने बनवाया था। मेवाड़ समेत चारों तरफ से हो रहे आक्रमण से बचने के लिए इस किले का निर्माण कराया गया था। समय के साथ-साथ बूंदी के राजाओं ने इसका निर्माण कार्य पूरा कराया था। इस किले से शहर का खूबसूरत नजारा दिखाई देता है। इस किले में प्रवेश व निकास के लिए तीन गेट बनवाए गए हैं। इन्हें लक्ष्मी पोल, फूटा दरवाजा व गाडुगि का फाटक कहा जाता है।
ये भी पढ़ें:- What To Do In Jodhpur: अपनी जोधपुर यात्रा को बनाना चाहते हैं सफल तो जरूर कीजिएगा ये पांच चीजें, दिल में बस जाएगा यह सफर
सुरंगों के पीछे छुपे हैं कई राज
इस किले से एक सुरंग भीम दुर्ग की ओर जाती है, जहां युद्ध के लिए उपयोग होने वाले हथियार रखे जाते थे। साथ ही गर्भ गुंजन नाम सुरंग में तोप रखी जाती थी। यह किला हमेशा से अपनी विभिन्न सुरंगों के लिए प्रसिद्ध है। नक्शा न होने के कारण इस किले की सुरंगें कहां से शुरू होती है और कहां खत्म होती है ये अभी भी एक राज है।
किले में मौजूद है दरगाह और कई मंदिर
किले के चीफ मीरान साहब के नाम पर यहां एक दरगाह भी बनाई गई है। साथ ही यहां राजपूती शैली में बने कई मंदिर भी स्थापित किए गए हैं। यदि आप तारागढ़ किला देखने आना चाहते हैं तो इसके लिए आप कोटा पहुंच सकते है यहां से महज एक घंटे की दूरी पर स्थित है तारागढ़ किला, जिसके लिए हर पांच मिनट में बसें चलती रहती हैं।