Raksha Bandhan: हिंदू धर्म में सावन की पूर्णिमा के दिन रक्षाबंधन के त्यौहार को मनाया जाता है। इसी दिन पूरे देश में रक्षाबंधन का पर्व बड़े प्यार और उल्लास के साथ मनाया जाता है, जो भाई-बहन के रिश्ते को और भी गहरा बनाने वाला अवसर होता है। यह दिन स्नेह, सुरक्षा और भरोसे का प्रतीक माना जाता है। इस दिन बहनें अपने भाई की कलाई पर राखी बांधती हैं और भगवान से दुआ करती हैं कि उनके भाई की उम्र लंबी हो, वो हमेशा खुश रहें और हर बुराई से बचे रहें। कई दिनों पहले से ही बहने इस त्योहार की तैयारी में लग जाती हैं।
रक्षाबंधन के दिन बहनें अपने भाइयों के लिए हाथों में मेहंदी रचाती हैं ताकि भाई का जीवन भी मेहंदी की तरह हरा भरा रहे। राखी के दिन भाई को राखी बांधते समय बहन पूजा की थाली बहुत मन से और सजा संवार कर तैयार करती है। इस थाली में कुछ विशेष चीजों का होना बहुत शुभकारी माना जाता है। आइए जानते हैं वो कौन सी चीजें हैं जिन्हें रक्षाबंधन वाले दिन पूजा की थाली में होना चाहिए...
चावल का अक्षत
कच्चे चावल को पूजा में अक्षत के रूप में प्रयोग किया जाता है जिसे बहुत ही शुभ माना जाता है। कुमकुम से तिलक करने के बाद भाई के माथे पर अक्षत अवश्य लगाना चाहिए। पूजा की थाली में अक्षत अवश्य रखें।
कुमकुम अथवा रोली
बहन राखी बांधने से पहले ही अपने भाई के माथे पर तिलक लगाती है। इसलिए पूजा की थाली में कुमकुम या रोली जरूर रखना चाहिए। कुमकुम का तिलक करना दीर्घायु , विजय व समृद्धि का प्रतीक होता है।
घी का दीपक
अपने भाई की आरती के लिए पूजा की थाली में घी का दीपक रखें। राखी बांधने के बाद बहनें भाई को हर बुरी बला से बचाने की कामना के साथ उसकी आरती उतारती हैं।
मीठा
राखी की थाली में मिठाई जरूर रखें जिससे भाई बहन के रिश्तों में मिठास बनी रहती है। यह परंपरा बेहद ही शुभ मानी जाती है।
सिंदूर और हल्दी
कुछ स्थानों पर बहनें पूजा थाली में सिंदूर या हल्दी भी रखती हैं। यह दोनों वस्तुएं हिंदू परंपरा में शुभ मानी जाती हैं और पूजा को संपूर्ण बनाती हैं।
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