Bijasan Mata Temple: राजस्थान के बूंदी जिले की इंदरगढ़ पहाड़ी पर स्थित बिजासन माता का मंदिर जो भक्तों की आस्था का प्रमुख केंद्र माना जाता है। सालाना लाखों श्रद्धालु यहां माता के दर्शन करने पहुंचते हैं। खास तौर पर नवरात्रि में यहां भक्तों की भीड़ का सैलाब उमड़ता है। मान्यता है कि करीब दो हजार साल से माता यहां निवास कर रही हैं और यहां पहुंचे हर भक्त की मनोकामना पूरी कर रही हैं।
भक्त कमलनाथ को हुए थे माता के दर्शन
पौराणिक कथा के मुताबिक माता के परम भक्त कमलनाथ को इसी मंदिर में माता के दर्शन हुए थे। भक्त की भक्ति से प्रसन्न होकर माता उनके सामने प्रकट हुई थी। जिसके बाद ही यहां राक्षस रक्तबीज के ऊपर विराजमान माता की मूर्ति स्थापित की गई थी।
चढ़नी होती हैं 700 से ज्यादा सीढ़ियां
बूंदी जिला मुख्यालय से लगभग 80 किमी दूर मौजूद इस पहाड़ी पर माता का भव्य मंदिर बना हुआ है। माता के दर्शन करने के लिए भक्तों को 700 से ज्यादा सीढ़ियां चढ़नी पड़ती हैं। लेकिन माना जाता है कि इस चढ़ाई के बावजूद भक्तों को थकावट नहीं होती है।
नवरात्रि पर होता है खास आयोजन
चारभुजा मंदिर समिति के अध्यक्ष पुरुषोत्तम पारीक ने जानकारी दी कि नवरात्रि पर यहां खास कार्यक्रम का आयोजन किया जाता है। अष्टमी के मौके पर यहां रात 12 बजे खास पूजा की जाती है। हर साल लाखों भक्त यहां दर्शन करने आते हैं। भक्त यहां संतान की मनोकामना, नवविवाहित अपने सुख जीवन की कामना व जीवन में शांति के लिए यहां आते हैं।
इसलिए कहते हैं बिजासन देवी
जानकारी के मुताबिक बूंदी शासक राव शत्रुसाल के छोटे भाई इंद्रसाल ने माता के इस मंदिर का निर्माण करवाया था। मंदिर के साथ यहां एक महल भी बनवाया गया था। दुर्गा सप्तशती के आठवें अध्याय के अनुसार देवी दुर्गा ने रक्तबीज राक्षस का खात्मा किया था, जिसके बाद से ही माता को बिजासन देवी के रूप में पूजा जाने लगा।