Pasta Water Problem: डीग जिले के एक ऐसा गांव जो पहलवानी के क्षेत्र में डीग भरतपुर जिले में अपनी पहचान रखता है। आज वही गांव पास्ता पीने के पानी के लिए तरस रहा है। ग्रामीणों ने बताया कि चंबल परियोजना के तहत गांव में घर घर चंबल के कनेक्शन होने चाहिए थे लेकिन न तो कनेक्शन हुए और न ही पानी की कोई और व्यवस्था की गई। ग्रामीण दीनदयाल सहित अन्य ग्रामीणों ने सरपंच पर आरोप लगाए हैं कि सरपंच नहीं चाहता कि गांव में पानी आए इसके साथ ही गांव वालों ने कहा कि जब उन्होंने राज्य मंत्री जवाहर सिंह बेड़म से शिकायत की तो चंबल के अधिकारियों ने कहा 15 अगस्त तक पानी आ जाएगा। लेकिन 15 अगस्त के बाद भी अभी तक लाइन डालने का भी काम शुरू नहीं किया गया है। जिसकी वजह से महिलाओं को सर पर पानी लेकर जाना पड़ रहा है।
सरपंच ने धरातल पर कोई काम नहीं करवाया
जब महिलाओं से इस बारे में बात की तो महिलाओं ने कहा कई बार सरपंच से शिकायत कर ली है लेकिन सरपंच कहता है कि मैं पानी की व्यवस्था कहां से करूं। महिलाओं ने कहा कि जब सरपंच ने मना कर दिया तो चंबल के अधिकारियों से बात की जिस पर उन्होंने आश्वासन दिया की बहुत जल्द आपको पीने का पानी मिल जाएगा। लेकिन चंबल के अधिकारियों ने मात्र गांव में दो जगह ही पानी के पॉइंट लगाई जहां से उन्हें सर पर पानी ले जाना पड़ता है। जिसकी दूरी कम से कम एक से 2 किलोमीटर होगी। पानी पर इतनी भीड़ रहती है कि जल्दबाजी में झगड़ा हो जाता है। इसके साथ ही ग्रामीणों ने विकास कार्यों को लेकर कहा कि कागजों में विकास हो रहे हैं लेकिन सरपंच ने धरातल पर कोई काम नहीं करवाया है।
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व्यवस्था नहीं की गई तो बड़े स्तर पर प्रदर्शन किया जाएगा
गांव में एक सरकारी अस्पताल तो खुल गया लेकिन आज तक वहां कोई डॉक्टर नहीं आया। इसके साथ ही अन्य सरकारी भवनों में ग्रामीणों ने अवैध अतिक्रमण कर रखे हैं। ग्रामीणों का कहना है कि जल्द से जल्द पानी और अन्य सुविधाओं की समुचित व्यवस्था नहीं की गई तो बड़े स्तर पर प्रदर्शन किया जाएगा।