Bhajanlal Sharma: राज्य प्रशासन में पारदर्शिता और जवाबदेही को बनाए रखने के लिए राजस्थान सरकार ने एक बड़ा कदम उठाया है। दर्शन राजस्थान के मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा द्वारा भ्रष्टाचार और कदाचार के आरोपी कई अधिकारियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करने को मंजूरी मिल चुकी है। इस शिकंजे में पूर्व आईएएस अधिकारी सहित 10 सेवानिवृत्त अधिकारियों को लिया गया है। आईएएस अधिकारी के साथ 10 सेवानिवृत्त अधिकारियों की अब पेंशन रोकी जाएगी।
पेंशन पर लगेगी की रोक
राज्य सरकार द्वारा अपने कार्यकाल के दौरान अनियमितताओं के दोषी पाए गए 10 सेवानिवृत्त अधिकारियों की पेंशन को रद्द करने की प्रक्रिया को शुरू किया जाएगा। राज्य सरकार ने भ्रष्टाचार पर अपनी कार्रवाई को तेज कर दिया है। उनमें से एक आईएएस अधिकारी को चिन्हित किया गया है। उसकी पेंशन लाभ को रोकने के लिए केंद्र सरकार को मंजूरी मांगने के लिए प्रस्ताव भेजा गया है।
भ्रष्टाचार के 38 लंबित मामले सुलझाए गए
मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा के नेतृत्व में अभियोजन और अनुशासनात्मक कार्यवाही से संबंधित 38 लंबित मामलों को निपटाया गया है । सीएम द्वारा दिए गए निर्देशों के बाद अब फाइलें साफ हो गई है।
दो अधिकारियों को हटाया गया और साथ के खिलाफ मुकदमा दर्ज
सिर्फ पेंशन रोकड़ा ही नहीं बल्कि लंबे समय से ड्यूटी से अनुपस्थित रहने वाले और भ्रष्टाचार के मामले लंबित रहने वाले दो अधिकारियों को सेवा से हटा दिया गया। सिर्फ इतना ही नहीं बल्कि इसके अलावा भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो द्वारा रंगे हाथ पकड़े गए 7 सरकारी अधिकारियों पर मुकदमा चलाया जाएगा। यह सब इसलिए संभव हो पा रहा है क्योंकि सीएम ने कानूनी कार्यवाही शुरू करने के लिए मंजूरी दे दी है।
सीसीए नियमों के तहत कार्रवाई
सीसीए नियम संतरा के तहत 11 अधिकारियों के खिलाफ कार्रवाई को मंजूरी मिल गई है। सीसीए नियम 16 के अंतर्गत दो और अधिकारियों के खिलाफ कार्रवाई को मंजूरी मिली है। इसमें उनकी वार्षिक वेतन वृद्धि को रोकना, मौजूदा कर्मचारियों को भ्रष्ट आचरण के परिणाम के बारे में अवगत कराना शामिल है।
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