Rajasthan Lakes: राजस्थान अपने राजसी किलों और महलों के लिए दुनिया भर में मशहूर है। पूरे साल यहां पर देश विदेश से पर्यटक घूमने के लिए आते हैं। यहां की अनोखी परंपराएं और संस्कृति विरासत का प्रमाण देती हैं। लेकिन आज हम आपको बताने जा रहे हैं अजमेर की एक ऐसी झील के बारे में जो शांत होने के साथ-साथ खूबसूरत भी है। आईए जानते हैं।

आना सागर झील का इतिहास 

इस झील का निर्माण 12वीं शताब्दी में चौहान राजा अर्णोराज ने करवाया था। उन्हें अनाजी के नाम से भी जाना जाता था। आपको बता दें की अनाजी सम्राट पृथ्वीराज चौहान के दादा थे। यह झील का नाम भी उन्हीं के नाम पर पड़ा है। इस झील को बनाने का उद्देश्य यह था कि अजमेर में एक स्थिर जल आपूर्ति सुनिश्चित की जाए। झीलों की खास बात यह है कि 9 शताब्दियां बीत जाने के बाद भी आज भी है झील ज्यों की त्यों है। साथ ही अपने समय के मानव निर्मित जल निकायों का एक शानदार उदाहरण है।

झील का भूगोल और संरचना 

यह झील लगभग 13 वर्ग किलोमीटर के क्षेत्र में फैली हुई है। इस झील की खास बात यह है कि यह अपना आकार और गहराई मौसम के परिवर्तन के अनुसार बदलती है। 

झील के आसपास के पर्यटक आकर्षण 

इस झील के पास आपको कई पर्यटक आकर्षण देखने को मिलेंगे। इन्हीं में से एक है बारादरी। अपनी प्राचीन सफेद संगमरमर की छतरियों के साथ यह मुगल कला का शानदार नमूना है। इन छतरियों के नीचे आप फोटोग्राफी कर सकते हैं। सिर्फ इतना ही नहीं बल्कि पास में एक हरा भरा दौलत बाग भी है। इस बाग का निर्माण सम्राट जहांगीर ने करवाया था।  यहाँ आप नौका विहार करने का भी आनंद ले सकते हैं। 

कब आना चाहिए 

अगर आप आना सागर का खूबसूरत आनंद लेना चाहते हैं तो आप यहां मानसून के वक्त में आईए। इन दिनों यह झील बारिश के पानीं से भर जाती है और साथ ही पूरा वातावरण हरा भरा हो जाता है। आसपास के मंदिर भी आध्यात्मिक रूप से और भी मनमोहन नजर आते हैं।

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